Monday, April 21, 2025
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सूरज की किरणों से बिजली बनाने से पर्यावरण सुधार के साथ ही बिल में भी आई कमी

सूरज की किरणों से बिजली तैयार कर पर्यावरण सुधार के साथ ही बिजली बिल में कमी करने को लेकर पश्चिम मप्र में अच्छा कार्य हुआ हैं। 12 फरवरी की स्थिति में पश्चिम मप्र यानि मालवा-निमाड़ 25250 स्थानों पर रूफ टॉप सोलर नेट मीटर यानि सौर ऊर्जा से बिजली तैयार की जा रही है।

पश्चिम मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा सौर ऊर्जा से बिजली इंदौर शहर में 13800 स्थानों पर तैयार हो रही हैं। पीएम सूर्यघर योजना लागू होने के बाद फरवरी 2024 से फरवरी 2025 के दूसरे सप्ताह तक पश्चिम मप्र में बारह हजार से ज्यादा बिजली उपभोक्ताओं ने सौर ऊर्जा उत्पादन प्रारंभ किया हैं।

उच्चदाब और निम्न दाब के उपभोक्ताओं द्वारा अब कुल 25250 स्थानों पर सौर ऊर्जा उत्पादन हो रहा है। इन स्थानों में घर, बहुमंजिला इमारत, औद्योगिक परिसर, शासकीय कार्यालय की छतें, नगर निगम के कचरा ट्रांसफर स्टेशन की छतें, दुकानों की छतें, शासकीय कार्यालयों के पास की खाली जमीन इत्यादि स्थान, परिसर शामिल हैं।

पीएम सूर्यघर योजना लागू होने के बाद पश्चिम मध्य प्रदेश में रूफ टॉप सोलर की कुल उत्पादन क्षमता 220 मेगावॉट से ज्यादा हो गई हैं। बिजली बिल में बचत, मेरी छत-मेरी बिजली की भावना के साथ ही पर्यावरण सुधार के लिए समर्पण को लेकर वर्तमान में शहरी क्षेत्रों में अत्यधिक उत्साह बना हुआ हैं। प्रतिदिन रूफ टॉप सोलर के लिए आवेदन बिजली कार्यालय, कंपनी के पोर्टल पर पहुंच रहे हैं।

कहां कितने स्थानों पर सोलर संयंत्र

इंदौर शहर सीमा      13800

उज्जैन जिला              2525

देवास जिला              1525

रतलाम जिला            1060

खरगोन जिला            1050

नीमच जिला               680

मंदसौर जिला             670

बड़वानी जिला            650

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