हिंदुस्तान की धरोहर है दिल्ली- प्रधानमंत्री मोदी

दिल्ली विधानसभा चुनाव आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कड़कड़डूमा में पहली रैली को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सिर्फ एक शहर नहीं हैं, बल्कि ये हमारे हिंदुस्तान की धरोहर है। ये भारत के भिन्न भिन्न रंगो को एक जगह समेटे हुए एक जीवित परंपरा है। ये दिल्ली सबका स्वागत करती है, सत्कार करती है। उन्होंने कहा कि ये चुनाव दिल्ली के इसी गौरव को 21वीं सदी की पहचान और शान देने के संकल्प का है। ये चुनाव एक ऐसे दशक का पहला चुनाव है, जो 21वीं सदी के भारत का और 21वीं सदी में भारत की राजधानी का भविष्य तय करने वाला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 8 फरवरी को पड़ने वाला आपका हर वोट सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि इस दशक में दिल्ली के विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए होगा। भारतीय जनता पार्टी, जो अपने हर संकल्प को पूरा करती है, जो कहती है, वो करती है। भाजपा, जिसके लिए देश का हित, देश के लोगों का हित सबसे ऊपर है। भाजपा, जो नेगेटिविटी में नहीं बल्कि पॉजिटिविटी में भरोसा रखती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली भाजपा ने संकल्प लिया है और अपने घोषणापत्र में कहा है कि इन कॉलोनियों के तेज विकास के लिए डेवलपमेंट बोर्ड बनाया जाएगा। जहां झुग्गी है, वहां पक्का घर भी बनेगा। झुग्गी में रहने वाले परिवारों को पक्का घर देने के लिए तेज़ी से काम किया जाएगा। पिछले 5 साल में इतना सारा काम देश में हुआ, गरीबों को रहने के लिए घर मिले, लेकिन दिल्ली की सरकार यहां के गरीबों को रहने के लिए घर नहीं देना चाहती। पीएम आवास योजना यहां की सरकार की वजह से लागू नहीं हो पाई है। 5 साल में 2 करोड़ घर केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए देशभर में बनाए। इसमें से एक भी घर दिल्ली सरकार की वजह से यहां नहीं बन पाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब तक ये लोग बैठे रहेंगे, तब तक ये दिल्ली के लोगों की भलाई के कामों में रोड़े अटकाते ही रहेंगे, रुकावट डालते रहेंगे। क्योंकि वो सिवाय राजनीति के कुछ जानते ही नहीं हैं। 20 साल बहुत कुछ आपने देख लिया है, बहुत बर्बादी आप देख चुके हैं, अब एक ही रास्ता बचा है। अब दिल्ली में भाजपा का आना बहुत जरूरी है। जब दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी, तो देशभर में हम जो काम कर रहे हैं, वो काम हम दिल्ली में भी आसानी से कर पाएंगे। आज देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि जब विपक्ष को किसी सरकार से शिकायत है। ये कहते हैं कि मोदी जी इतनी जल्दी क्या है? जरा धीरे धीरे काम करों, इतनी तेजी से एक के बाद एक बड़े फैसले क्यों ले रहे हो? इसकी जरूरत क्या है?