सतपुड़ा भवन आगजनी में नष्ट डाटा हो जाएगा रिकवर, तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी जाँच समिति: डॉ मिश्रा

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि सतपुड़ा भवन में हुई आगजनी में विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत लगभग 4 हजार से अधिक अधिकारी-कर्मचारी सुरक्षित हैं। शॉर्ट सर्किट से लगी आग को षड्यंत्र बताने वाले तथाकथित लोगों की बुद्धि पर तरस आता है, वह भी उस समय जब कार्यालय में हजारों अधिकारी-कर्मचारियों की मौजूदगी हो। इस प्रकार के निराधार और बेबुनियाद आरोप बताते हैं कि कुछ लोग विपत्ति में सहायता के स्थान पर राजनैतिक अवसर तलाश रहे हैं।

मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सतत मॉनिटरिंग और निर्देशन में सभी एजेंसियों ने एकजुट होकर आगजनी पर काबू पाने के लिये कार्य किया है। एयरफोर्स, बीएचईएल, नगर निगम, मंत्रालय और आसपास के समस्त फायर बिग्रेड ने समन्वित प्रयास पर आग पर बखूबी काबू पाया है।

मंत्री डॉ मिश्रा ने बताया कि आग से प्रभावित कार्यालयों में किसी भी प्रकार के पर्चेसिंग और टेंडरिंग संबंधी दस्तावेज नहीं थे। अन्य डाटा के बारे में उन्होंने कहा कि राज्य एवं केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं की जानकारियाँ हार्डडिस्क से रिकवर हो जाएगी। इसमें थोड़े परिश्रम की आवश्यकता होगी।

मंत्री डॉ मिश्रा ने बताया कि सतपुड़ा भवन में संचालित कार्यालयों के संचालन की वैकल्पिक व्यवस्था शीघ्र ही की जाएगी। आज सतपुड़ा भवन के समस्त कार्यालयों के लिये अवकाश घोषित किया गया है।

आगजनी पर काबू पाने के लिये 2 हाइड्रोलिक समेत नगर निगम की कुल 28, पुलिस की 4, सीआईएसएफ की 2, एयरपोर्ट की 2, बीएचईएल की 1, आर्मी की 2 कुल 39 फायरब्रिगेड ने संयुक्त रूप से एकजुट होकर कार्य किया। साथ ही भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (BPCL), इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), वर्धमान ग्रुप और ट्राइडेन्ट ग्रुप के अग्निशमन संबंधी उपकरण भी उपयोग किये गये।

इस बीच राज्य शासन ने 12 जून को सतपुड़ा भवन भोपाल में भीषण आग लगने के कारण 13 एवं 14 जून को सतपुड़ा भवन स्थित कार्यालयों के लिए अवकाश घोषित किया है।