डीआरडीओ ने किया पिनाका रॉकेट और 122 मिमी कैलिबर रॉकेट के उन्नत संस्करण का सफल परीक्षण

DRDO

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम के विकास को जारी रखते हुए मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर से देश में विकसित पिनाका रॉकेट के विस्तारित रेंज संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह परीक्षण ओडिशा के सुदूर तटीय क्षेत्र चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज से किया गया।

परीक्षण के दौरन 25 उन्नत पिनाका रॉकेटों को लॉन्च किया गया। जिन्हें एक के बाद एक लगातार लक्ष्य के तरफ प्रक्षेपित किया गया। परीक्षण के दौरान सभी उद्देश्यों को हासिल कर लिया गया। उन्नत पिनाका रॉकेट सिस्टम 45 किलोमीटर तक की दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेद सकता है। इस दौरान आईटीआर और प्रूफ एंड एक्सपेरिमेंटल एस्टैब्लिशमेंट द्वारा तैनात रेंज उपकरण टेलीमेट्री, रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए सभी प्रक्षेपणों पर नजर रखी गई।

रॉकेट सिस्टम को पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एआरडीआई)और उच्च ऊजाज़् सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (एचईएमआरएल)द्वारा संयुक्त रूप से मेससज़् इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड, नागपुर के मैन्युफैक्चरिंग सहयोग के साथ विकसित किया गया है। उन्नत पिनाका प्रणाली को लंबी दूरी के लक्ष्यों को भेदने के लिए विकसित किया गया है।

इसके अलावा डीआरडीओ ने ओडिशा के चांदीपुर तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज में एक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर से स्वदेशी रूप से विकसित 122 मिमी कैलिबर रॉकेट के उन्नत रेंज संस्करणों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। 122 मिमी कैलिबर रॉकेट के चार उन्नत संस्करणों को लॉन्चर से सभी उपकरणों के साथ दागा गया और इस परीक्षण ने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया। इस तरह के रॉकेट भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल करने के लिए विकसित किए गए हैं और ये रॉकेट 40 किलोमीटर की दूरी तक के लक्ष्य को भेद सकते हैं।

परीक्षण के दौरान आईटीआर और प्रूफ एंड एक्सपेरिमेंटल एस्टैब्लिशमेंट (पीएक्सई) द्वारा स्थापित किये गए टेलीमेट्री, रडार तथा इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम सहित अन्य रेंज उपकरणों द्वारा सभी गतिविधियों को ट्रैक किया गया था। इस रॉकेट सिस्टम को पुणे स्थित आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट (एआरडीई) और हाई एनर्जी मैटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी (एचईएमआरएल) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। इसके निर्माण कार्य में मेसर्स इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड नागपुर की सेवाएं भी ली गई हैं। यह उन्नत किस्म की रॉकेट प्रणाली मौजूदा 122 मिमी ग्रैड रॉकेटों का स्थान लेगी।