कोलकाता (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात दाना की वजह से पश्चिम बंगाल सरकार तो पहले से ही सतर्क है, अब रेलवे ने भी कई बड़े कदम उठाए हैं। दक्षिण-पूर्व रेलवे ने गुरुवार से कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है, क्योंकि 120-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाले चक्रवात ‘दाना’ के कारण क्षेत्र में गंभीर खतरे की आशंका जताई गई है।
खासकर तटीय क्षेत्रों में बड़ी सावधानियां बरती जा रही हैं, जिससे रेलवे और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। चक्रवात ‘दाना’ गुरुवार देर रात या शुक्रवार सुबह पुरी और सागरद्वीप के बीच कहीं टकराने की संभावना है। इस कारण पुरी की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
दक्षिण भारत की ओर जाने वाली कई महत्वपूर्ण ट्रेनों पर भी इसका असर पड़ा है। इसमें प्रमुख रूप से पुरी जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है। रेलवे सूत्रों के अनुसार, हावड़ा, शालीमार और सांतरागाछी से कुल 85 लंबी दूरी की ट्रेनें रद्द की गई हैं, जबकि डाउन लाइन से आने वाली 93 ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं। इन रद्द की गई ट्रेनों में कई सुपरफास्ट एक्सप्रेस शामिल हैं, जिनके संचालन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
रेलवे ने तटीय क्षेत्रों के रेल मार्गों पर भी विशेष सावधानियां बरती हैं। पूर्व रेलवे के हावड़ा और सियालदह डिवीजनों ने भी कई अहम कदम उठाए हैं। नामखाना, डायमंड हार्बर और हसनाबाद जैसे तटीय क्षेत्रों में भी सावधानियां लागू की गई हैं। रेलवे ने सुनिश्चित किया है कि तेज हवाओं के कारण ट्रेनों का रोल-डाउन न हो, इसके लिए ट्रेनों के पहियों में बेड़ियां लगाई जा रही हैं और चक्कों के नीचे ‘गुटका’ नामक विशेष उपकरण रखे जा रहे हैं।
रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने खतरे वाले नदी पुलों की स्थिति की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही गुरुवार और शुक्रवार को इमरजेंसी कंट्रोल रूम खोलने की योजना बनाई गई है। हर स्टेशन पर ट्रेनों की स्थिति की घोषणा की जाएगी और पानी जमा होने की संभावनाओं को देखते हुए पंपों का इंतजाम भी किया जा रहा है। तटीय इलाकों के विभिन्न स्टेशनों पर इंजीनियरिंग और सिग्नल विभाग के कर्मियों को तैनात किया गया है।