ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने विद्युत कर्मचारी संगठनों से चर्चा करते हुए कहा कि जनता की सुविधाओं को सर्वोपरि प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की समस्याओं पर चर्चा करने के लिये हर महीने बैठक करेंगे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विद्युत कर्मचारी संगठनों द्वारा उठाई गई माँगों पर एक महीने के अंदर समुचित कार्यवाही की जायेगी। ऐसी माँगें, जिनमें वित्तीय कठिनाई निहित है, उन पर अलग से विचार करेंगे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारी को निर्धारित प्रक्रिया के द्वारा ही हटाया जा सकेगा। इन्हें अकारण नहीं हटाया जायेगा। आईटीआई योग्यता के कर्मचारियों को कुशल कर्मचारी का वेतन दिलाने और बीमा में वृद्धि पर विचार किया जायेगा। कोविड से हुई मृत्यु पर समय-सीमा में अनुकम्पा नियुक्ति दिलाई जायेगी।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि हड़ताल इस बात की करें कि वसूली ज्यादा हो और रख-रखाव में सुधार हो। इसके साथ ही अपनी माँग भी रखें। उन्होंने कहा कि मैं आपकी समस्याओं से वाकिफ हूँ और आपके हितों का पूरा ध्यान रखूंगा। उन्होंने संगठनों के पदाधिकारियों से हड़ताल पर नहीं जाने का भी आग्रह किया।