लेट्स इंस्पायर बिहार अररिया चैप्टर ने मनाई कवि डॉ हरिवंश राय बच्चन की 19वीं पुण्यतिथि

हिंदी भाषा के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान देने वाले प्रसिद्ध कवि व लेखक पद्मभूषण डॉ हरिवंश राय बच्चन जी की 19वीं पुण्यतिथि पर लेट्स इंस्पायर बिहार अररिया चैप्टर की तरफ़ से श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर अररिया की लोकप्रिय लेखिका व कवयित्री स्नेहा किरण ने भावना सोमैया की पुस्तक अमिताभ बच्चन द लीजेंड का भी जिक्र किया, जिसमें हरिवंशराय बच्चन जी के बारे में एक विशेष संस्मरण का उल्लेख है।

जिसमें लिखा है- उनको जब भी देखा लिखते हुए देखा। वो घंटों तक बैठ कर लिखते रहते थे। कई बार लिखते लिखते अपने दाएं हाथ को थोड़ा आराम देने के लिए बाएं हाथ से लिखने लगते थे। यह बहुत कौतूहल भरा दृश्य लगता था। कष्ट या दर्द की कभी परवाह नहीं की, ऐसा था लेखन के प्रति उनका समर्पण।

उन्होंने कहा की हरिवंश राय बच्चन ने हमेशा अपनी कालजयी कविताओं के माध्यम से युवाओं को जात-पात के बंधनों से ऊपर उठकर एक बेहतरीन सामाजिक जीवन का संदेश दिया। उन्होंने प्रेम कविताओं की एक नई पद्धति विकसित की, जिसमें भाव के साथ-साथ सलाह भी छिपी होती थी। हताश युवाओं को संदेश देने के लिए,

उनकी लिखी कविता के कुछ अंश-

जीवन में एक सितारा था, माना वह बेहद प्यारा था,
वह डूब गया तो डूब गया, अम्बर के आनन को देखो,
कितने इसके तारे टूटे, कितने इसके प्यारे छूटे,
जो छूट गए फिर कहां मिले, पर बोलो टूटे तारों पर,
कब अम्बर शोक मनाता है, जो बीत गई सो बात गई।

पुण्यतिथि पर अररिया की लोकप्रिय कवयित्री व लेखिका स्नेहा किरण ने कहा की साहित्य जगत के बेहद नामचीन कवि व हालावाद के प्रवर्तक, जन कवि हरिवंश राय बच्चन जी की पुण्यतिथि पर उनके हालावाद को अपने जीवन में उतारना ही हम सबकी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

क्योंकि उनका यह हालावाद कटुता, अंधविश्वास, कुंठित मानसिकता, असमानता, कुप्रथा, कुरीति, आडम्बर और पाखंड के खिलाफ एक मजबूत आवाज और बंधुत्व, अधिकार, समानता, सामंजस्य, समन्वय और एकता के पक्ष की एक दमदार आवाज है। अपनी कविताओं में सदैव आशा, उत्साह, उमंग के रंगों को नव आकार देने वाले, हिंदी साहित्य के लोकप्रिय कवि हरिवंश राय बच्चन जी को भुलाना असंभव है।

उक्त अवसर पर उन्होंने मीडिया से लेट्स इंस्पायर बिहार मुहिम के बारे में भी विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने कहा की गृह विभाग बिहार सरकार के विशेष सचिव विकास वैभव के नेतृत्व में पिछले वर्ष 22 मार्च को बिहार दिवस के दिन पूरे बिहार भर में लेट्स इंस्पायर बिहार मुहिम शुरू की गई थी। जिसमें समाज के हर तबके के लोगो को शामिल करने का उद्देश्य रखा गया है, खासकर युवा वर्ग को सबसे ज्यादा। क्योंकि युवावर्ग में असीम शक्ति समाहित है। जरूरत है तो बस उसे सही दिशा देने की।

उद्यमिता, शिक्षा और समानता को लेकर यह अभियान शुरु किया गया है। इसके तहत बिहार के सभी जिलों में कमेटियां गठित की गई है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज के हर आयु वर्ग के लोगो खासकर युवाओं के बीच शिक्षा, समानता और उद्यमिता को बढ़ावा देना है। प्राचीन काल से ही बिहार की एक अपनी गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत रही है। यहां समाज के लिए अपना आदर्श प्रस्तुत करने प्रेरणाप्रद व्यक्तित्व की कोई कमी नहीं रही है।

हमारे पास हर प्रकार के साधन और संसाधन उपलब्ध है, बावजूद इसके आज भी हमारा राज्य एक पिछड़े राज्य की गिनती में आता है। जो एक बेहद ही दुःखद स्थिति है। समय आ गया है की हम सब युवाओं को बिहार को एक विकसित राज्य बनाने के लिए समता, उद्यमिता और शिक्षा के क्षेत्र में एक साथ मिलकर काम करना है। 

अररिया की लोकप्रिय लेखिका, पूर्व मिसेज बिहार और सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहा किरण ने मीडिया के माध्यम से पूरे अररिया जिले से व यहां के तमाम सक्रिय युवाओं से यह अनुरोध किया की अधिक से अधिक इस अभियान से जुड़कर एक समृद्ध और विकसित बिहार के निर्माण हेतु अपना एक सार्थक योगदान दे। क्योंकि यह अभियान किसी एक व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि पूरे बिहारवासियों का है। बिहार के कोने-कोने तक इस मुहिम को पहुंचाना हमारा लक्ष्य है जो सबके सम्मिलित प्रयासों से ही संभव है।

उन्होंने कहा की आज का युवा वर्ग बहुत भाग्यशाली है, क्योंकि वो इंटरनेट क्रांति के उस दौर में है जहां वो ख़ुद को साबित करने के साथ-साथ अपना आंशिक योगदान देकर सामाजिक कार्यों के द्वारा और सोशल मीडिया के माध्यम से अन्य भटके हुए दिग्भ्रमित युवाओं को प्रेरित कर सकता है। उन्होंने कहा की लेट्स इंस्पायर बिहार इस मुहिम को शुरू करने के पीछे एक महत्वपूर्ण बात यह भी है की अपना बिहार जो कभी विश्व को नेतृत्व करने में सक्षम था, उस बिहार के तमाम सांस्कृतिक विरासतों और ऐतिहासिक धरोहरों को फिर से युवाओं के बीच जीवंत किया जाए।