बरसात में बिजली के उत्पादन के लिये कोयले की कमी नहीं होना चाहिये। अभी से पुख्ता तैयारी करें। आवश्यकतानुसार कोयले का भण्डारण कर लें। पैसे की कोई कमी नहीं है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने यह निर्देश मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के कार्यों की समीक्षा के दौरान दिये। उन्होंने कहा कि की जा रही तैयारियों की हर 15 दिन में जानकारी दें।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली का उत्पादन बढ़ाने के लिये हर संभव प्रयास करें। बिजली उत्पादन संयंत्रों में ट्रिपिंग कम से कम हो। संयंत्रों की हीट रेट कम रखने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि ताप विद्युत गृहों की राख के शत-प्रतिशत उपयोग की कार्य-योजना बनायें। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ताप विद्युत एवं जल विद्युत इकाइयों का वार्षिक रखरखाव निर्धारित समय पर गुणवत्तापूर्ण ढंग से करवायें। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। वाणिज्यिक हानि कम करने के प्रयास करें।
प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे ने बताया कि विद्युत कंपनियों में रिक्त जूनियर इंजीनियर के लगभग 900 पदों पर कर्मचारी चयन मण्डल के माध्यम से भर्ती करवायी जा रही है। जल्द ही मण्डल द्वारा विज्ञापन जारी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि असिस्टेंट इंजीनियर के पदों पर भर्ती ‘गेट’ (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) के स्कोर के आधार पर की जायेगी। इसके लिये साक्षात्कार का प्रावधान नहीं होगा।
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने असिस्टेंट इंजीनियर के रिक्त पदों को समय-सीमा में भरने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार सेवानिवृत्त अधिकारियों की सेवाएं भी संविदा पर रखने का प्रस्ताव बना सकते हैं। श्री तोमर ने ताप विद्युत गृह सारणी, श्री सिंगाजी खंडवा और संजय गाँधी बिरसिंहपुर एवं सभी जल विद्युत गृहों की समीक्षा की।जनरेटिंग कंपनी के एमडी मनजीत सिंह ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न बिन्दुओं की जानकारी दी। इस दौरान चीफ इंजीनियर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।