मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पर्यावरण-संरक्षण से आमजन को जोड़ने के लिए राज्य में अनेक प्रयास हुए हैं। इन प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता है। विश्व पर्यावरण दिवस, 5 जून पर अंकुर अभियान से जुड़े नागरिकों और संगठनों, यूथ फॉर लाइफ से जुड़े युवा साथियों, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से सम्बद्ध औद्योगिक इकाइयों और पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाली स्वंयसेवी संस्थाओं को अधिक से अधिक संख्या में आमंत्रित किया जाए। मुख्यमंत्री यूथ फॉर लाइफ कार्यक्रम का शुभारंभ भी करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में विश्व पर्यावरण दिवस समारोह के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे प्रतिदिन पौध-रोपण करते हैं। पर्यावरण प्रेमी बड़ी संख्या में इस गतिविधि से जुड़ते जा रहे हैं। नागरिक विभिन्न अवसर पर पौधे लगाने का कार्य कर रहे हैं। पर्यावरण के क्षेत्र में नागरिक सजग एवं सक्रिय हुए हैं। पर्यावरण, वन विभाग और अन्य शासकीय और अशासकीय संस्थाएँ निरंतर रूप से हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण को बचाने के कार्य में गतिशील रहें।
जानकारी दी गई कि भोपाल में रवीन्द्र सभागम के मुख्य सभागृह हंसध्वनि में 5 जून को पूर्वान्ह 10 बजे से पर्यावरण दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान मुख्य अतिथि रहेंगे। पर्यावरण तथा नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। राज्य जलवायु परिर्वतन कार्य-योजना के लिए तैयार किए गए दस्तावेज का विमोचन किया जाएगा। पर्यावरण पर केंद्रित लघु फिल्म भी प्रदर्शित की जाएगी।
रामसर वेटलेंड साइट्स प्रमाण-पत्र और पर्यावरण पुरस्कार भी वितरित होंगे
कार्यक्रम में रामसर वेटलेंड साइट्स को प्रमाण-पत्र वितरित किए जाएंगे। इसके लिए पर्यावरण विभाग ने वन विभाग सहित विभिन्न निकायों से आवश्यक समन्वय किया है। कार्यक्रम में चयनित 9 उद्योगों और संस्थानों को पर्यावरण पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा 5 शोधार्थियों को क्लाइमेट चेंज पीएच. डी. फैलोशिप के स्वीकृति-पत्र भी प्रदान किए जाएंगे। गो-शालाओं को आत्म-निर्भर बनाने के लिए चलाए गए अभियान में आत्म-निर्भर गो-शाला हैकेथॉन के प्रतिभागी भी पुरस्कृत होंगे। प्रदेश के युवाओं ने यूथ फॉर लाइफ कार्यक्रम में उत्साह से पंजीयन करवाया है। जिलों से करीब 4 हजार युवा इसके लिए आगे आए हैं।