ऊर्जा मंत्री के निर्देश: शिकायतों का समय पर निराकरण नहीं होने पर तय की जाये अधिकारी की जिम्मेदारी

बिजली उपभोक्ताओं की संतुष्टि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करें। बिल संबंधी शिकायतें हों या खराब मीटर बदलने की, सभी तरह की शिकायतों का निराकरण समय-सीमा में होना चाहिये। समय पर निराकरण नहीं होने पर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाये। यह निर्देश मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा के दौरान दिये।

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने बैठक के दौरान भिण्ड के बिजली उपभोक्ता हरिकिशन गुलाटी को फोन कर उनकी समस्या के बारे में जानकारी ली। हरिकिशन गुलाटी से विस्तार से अपनी समस्या बताई। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि एक हफ्ते में आपकी समस्या का निराकरण सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि समस्याओं के निराकरण के बाद उपभोक्ताओं को अवगत भी कराया जाये।

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि सभी कार्यालयों में जरूरी उपकरण और सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होना चाहिये, जिससे बिजली लाइनों में कोई भी फॉल्ट आये, तो तुरंत सुधारा जा सके। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अधिकारियों के साथ स्टोर में उपलब्ध सामग्रियों का निरीक्षण करेंगे।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आरडीएसएस योजना में बिजली की ट्रिपिंग कम से कम होनी चाहिये। सर्वाधिक ट्रिपिंग वाले 3-3 फीडरों की समीक्षा करें। ट्रांसफार्मर और बिजली लाइनों का मेंटीनेंस निर्धारित मापदण्ड के अनुसार होना चाहिये। वरिष्ठ अधिकारी मेंटीनेंस का सतत निरीक्षण करें। आगामी रबी सीजन में भार वृद्धि के दृष्टिगत अतिरिक्त वितरण ट्रांसफार्मर क्षमता में वृद्धि करें।

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि वर्ष 2023-24 में प्रस्तावित के कार्यों को समय-सीमा में पूरा किया जाये। इसमें किसी भी स्तर का विलंब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ऊर्जा मंत्री ने मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कम्पनी के कार्यों की समीक्षा कर कम्पनी की संगठनात्मक संरचना में वृद्धि के बारे में भी चर्चा की। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सभी स्वीकृत कार्यों को मिशन मोड में पूरा करें। अति उच्च-दाब ट्रांसफार्मरों के फेल होने और लाइनों के टॉवर गिरने की घटनाओं को शून्य अथवा न्यूनतम स्तर तक लाने की कार्य-योजना बनायें। बताया गया कि अतिउच्च-दाब लाइनों में ट्रिपिंग के कारण होने वाले व्यवधान में इस वर्ष कमी आई है।

प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे, मध्यप्रदेश पॉवर मेनेजमेंट कम्पनी के एमडी रघुराज राजेन्द्रन, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के एमडी गणेश शंकर मिश्रा, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के एमडी अनय द्विवेदी, पॉवर ट्रांसमिशन कम्पनी के एमडी सुनील तिवारी सहित अधिकारी उपस्थित थे।