ग्वालियर में मंगलवार दोपहर से लगातार हो रही बारिश से शहर की निचली बस्तियों में हुए जल भराव से प्रभावित परिवारों को सहायता उपलब्ध कराने के लिये ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर विभिन्न बस्तियों में पहुँचे। उन्होंने प्रभावित परिवारों को भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार से उन्हें हर संभव मदद दिलाई जायेगी। साथ ही जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए कि जरूरतमंद लोगों को मदद मिलने में देरी न हो। जल भराव से प्रभावित परिवारों को शासकीय भवनों में आश्रय दिलाएँ और वहाँ पर भोजन व पेयजल सहित सभी इंतजाम पुख्ता रहें।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान एवं नगर निगम आयुक्त श्री अमन वैष्णव सहित राहत व बचाव दल के साथ खासतौर पर उपनगर ग्वालियर की निचली बस्तियों में जल भराव से निर्मित हुई स्थिति का जायजा लिया। प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जिला प्रशासन व नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सबसे पहले नरसिंह नगर, चार शहर का नाका, इन्द्रानगर, पीएचई कॉलोनी तथा शीलनगर इत्यादि कॉलोनियों का जायजा लिया और जिन घरों के आसपास अधिक जल भराव हुआ है, वहाँ के लोगों को शासकीय भवनों में बनाए गए राहत शिविर में पहुँचाने के लिये कहा।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बुधवार को शर्मा फार्म हाउस, प्रसाद नगर, रानी पुरा, मछली मंडी, श्रीकृष्ण नगर, आनन्द नगर, विनय नगर सेक्टर 03, सदाशिव नगर, मेवाती मोहल्ला, बाराबीघा कॉलोनी, शील नगर, घासमंडी, कोटेश्वर कॉलोनी, शिंदे की छावनी, पीएम आवासीय परिसर व मल्लगढ़ा समेत अन्य बस्तियों में भी पहुँचे। साथ ही जलभराव से प्रभावित परिवारों को राहत शिविरों में पहुंचाने की व्यवस्था कराई।
इन बस्तियों में पहुँचने के बाद मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने नगर निगम अधिकारियों व सहायता दल को भी मौके पर बुलाकर प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा बारिश से प्रभावित परिवारों को पटेल हाई स्कूल, पीएचई शासकीय विद्यालय तथा राजीव गांधी सामुदायिक केन्द्र विनय नगर के अलावा अन्य शिविरों में शिफ्ट किया जाए।
अगले वर्ष जल भराव न हो, इसके पुख्ता इंतजाम करें
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारियों को निचली बस्तियों से जल निकासी के जल्द से जल्द तात्कालिक इंतजाम करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि इन बस्तियों में आवश्यक निर्माण कार्य कराकर जल निकासी की पुख्ता व्यवस्था कराएं, जिससे अगले वर्ष के मानसून में जल भराव की स्थिति निर्मित न हो। उन्होंने जल भराव से प्रभावित परिवारों को प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।