एक शब्द की
कविता है
माँ
सबसे छोटे
शिल्प में रची गयी
सबसे बड़ी
कविता है
माँ
जब माँ
याद आती है
फिर-फिर
याद आती है
घिर-घिर
याद आती है
थिर-थिर
याद आती है
चिर-चिर
याद आती है
जब माँ
याद आती है
बस
याद ही याद आती है
-जसवीर त्यागी
एक शब्द की
कविता है
माँ
सबसे छोटे
शिल्प में रची गयी
सबसे बड़ी
कविता है
माँ
जब माँ
याद आती है
फिर-फिर
याद आती है
घिर-घिर
याद आती है
थिर-थिर
याद आती है
चिर-चिर
याद आती है
जब माँ
याद आती है
बस
याद ही याद आती है
-जसवीर त्यागी