ये कैसा समय आया है
पानी भी बचाना है और
हाथों को बार-बार भी धोना है
विद्यालय नहीं जाना है और
ऑनलाइन पढ़ाई भी करनी है
स्वच्छ हवा में सांस लेना है और
चेहरे पर मास्क भी लगाना है
अपनापन भी दिखाना है और
मिलने भी नहीं जाना है
कमाई भी करनी है औऱ
घर से बाहर भी नहीं जाना है
मन को भी बहलाए रखना है और
कही घूमने भी नही जाना है
पूजा-अर्चना भी करनी है और
मंदिर-मज्जिद भी नहीं जाना है
ये कैसा समय आया है
गरिमा राकेश गौतम
कोटा, राजस्थान