फोन की बलि- विनोद शर्मा

फोन की घंटी बज रही है
बीवी ने पति को बताया
पति बाथरूम से तुरंत बोला
नहा रहा हूँ…
बाद मै बात करूंगा बोला

तुम फोन को काट कर रख दो
मैं नहा कर अभी आया पति बोला
बीवी ने फोन
आरी से काटकर रख दिया
पति नहा कर आया..
फोन को देखकर चिल्लाया
ये क्या कर दिया..
फोन को ही काट दिया
सत्यानाश कर दिया
पत्नी बोली मैं हूँ गांव की भोली
मुझे नहीं पता कैसे फोन काटते हैं
कैसे चलाते हैं बन्दूक से गोली
पति ने फोन उठाया अंगुली से काटकर
पत्नी को समझाया ऎसे काटते हैं
अगले दिन नया फोन ले आया
पत्नी ठहरी गांव की भोली
वो क्या जाने शहर की बोली
पति फोन घर पर ही भूल गया
घंटी बजी फोन हेंग हो गया
पत्नी अंगुली से काट काट कर
परेशान हो गई
अंगुली भी हेंग हो गई
हथोड़ा लाकर बटन पर दे मारा
फोन हमेशा के लिए बंद हो गया
पति को क्या मालूम था
एक ओर फोन की बलि दे गया

-विनोद शर्मा
(सौजन्य साहित्य किरण मंच)