माँ कहती है: पूजा

माँ कहती है,
मेरी बिटिया जग से न्यारी है।
बहुत स्नेह देती है मुझे, कहती है
तू हमारे घर की फुलवारी है।।

जब तू उदास होती है,
घर से खुशियाँ चली जाती है।
ऐसा कहती है मेरी माँ
और फिर मुझे मनाती है।।

हर परेशानी को माँ
हस कर सह लेती है।
और मुझे मुसीबतों से बचाने के लिए,
मेरा “सुरक्षा कवच” बन जाती है।।

तुम्हारी तारीफों के लिए माँ,
मेरे शब्द कम पड़ जाते हैं।
तुम पर कविता लिखते हुए
मेरे अश्रु उभर आते हैं।।

पूजा