निश्छल प्रेम: जसवीर त्यागी

सड़क पर लगे
जामुन के पेड़ों के करीब से
मैं निकला

अचानक एक जामुन
आकर गिरा मेरे ऊपर
रंग गया वह मेरी कमीज

क्षण भर को मैं ठिठका
लेकिन! फिर सोचा

कोई पेड़ रंग दे 
अपने निश्छल प्रेम में
यह क्या कम है?

जसवीर त्यागी