हमारा उत्तर प्रदेश: सीमा शर्मा ‘तमन्ना’

भारत भूमि वह पुण्य भूमि है
जहां स्वर्णिम मृग खेला करते थे
देश विदेशों से आकर मनीषी यहां
ज्ञान अर्जन किया करते थे
इसमें प्रदेश एक उत्तर प्रदेश है मित्रों
इसकी बात तुम्हें बतलाती हूं
यह स्थल ही मेरी जन्मस्थली है
चलो इसके दर्शन करवाती हूं

गंगा की शीतल चादर ओढ़कर कर
यमुना जी भी साथ विराजती है
मां सरस्वती आज भी संगम के घाट पर
आकर यहां पधारती हैं
हर एक नदियां यहां आकर
ममतामई वेग से ऐसे बहती है
जी हां मित्रों यह प्रयागराज है
यहां के संस्कार और संस्कृति कहती है

हर बाला जहां राधा सी प्रतिमा
हर बाल में कृष्ण छवि बसती है
आज भी जहां उस निधिवन में
राधे मोहन की आत्मा बसती है
कान्हा की सखी वो मधुर मुरलिया
आज भी जब जब बजती है
यह मथुरा और वृंदावन है जहां
राधे-कृष्ण‌ प्रेम अमृत धार बरसती है

अदब और लिहाज की महिमा जहां में
जिस शहर से सभी ने जानी है
इस शहर की तो मित्रों स्वयं में
अदा ही कुछ ऐसी निराली है
मूंह में मिश्री घुली हुई सी बोली इसकी
यह बात सभी ने मानी है
यह शहर मित्रों लखनऊ शहर है
जो हमारे प्रदेश की राजधानी है

अनगिनत पौराणिक कथाओं का
श्रृंगार जो किया करती है
साड़ियों और पान की दुकानें
जहां बाजार की रौनक हुआ करती हैं
मणिकर्णिका से होते हुए यात्रा जो
अस्सी के घाट तक करती है
यही शहर बनारस है मित्रों जहां आकर दुनिया
अपनी मुक्ति को तरसा करती है

श्री राम जी की जन्मस्थली की
जो पहचान हमें करवाती है
सरयू नदी के पावन शीतल जल से
स्नान जो हमें करवाती है
अयोध्या भूमि वह पुण्य भूमि है जो
त्याग और प्रेम सिखाती है
श्री राम के सच्चे आदर्शों पर चलने की
नित राह हमें दिखाती है

सबसे व्यस्त होते हुए भी
सफलता का मार्ग हमें बतलाती है
स्वच्छ पर्यावरण हरियाली और
खुशहाली का आईना दिखलाती है
सबसे सुंदर यह शहर है मित्रों
इसकी गिनती सबसे ऊपर आती है
यह शहर नोएडा शहर है मित्रों
आपकी यह मित्र इसकी वासी है

सीमा शर्मा ‘तमन्ना’
नोएडा, उत्तर प्रदेश