साहित्य ख़ामोशी और प्रेम: जसवीर त्यागी By लोकेश नशीने - March 15, 2021 Share WhatsAppFacebookCopy URL तुम पुरुष होशब्दों की सीढ़ियों से पाना चाहते होप्रेम का शीर्ष जिस रोज़ स्त्री बनकरख़ामोशी से प्रेम कीअतल गहराइयों मेंउतरना सीख जाओगे उस दिन तुमएक स्त्री और प्रेम केशीर्ष तक भी पहुँच जाओगे जसवीर त्यागी