ऐ भारत के वीरों,
ऐ धरती माँ के दिलेरों,
तुम ही हो असली हीरो,
तुम्हे सलाम तुम्हे सलाम तुम्हे सलाम
तुम निडर बड़े निराले हो,
हर जान के रखवाले हो,
इन अंधेरों में उजाले हो,
तुम दिलखूश बड़े दिलवाले हो,
तुम्हे सलाम तुम्हे सलाम तुम्हे सलाम
उसे देखा नहीं तुम्हे देखा है,
उसे समझा नहीं तुम्हे जाना है,
तुम्हे ही ईश्वर का रूप माना है,
तुमने हर मुसीबत से हमे निकाला है,
रोते चेहरे को हंसाया है,
जीने की उम्मीद जगाया है,
तुम्हे सलाम तुम्हे सलाम तुम्हे सलाम
अदृश्य दुश्मन से लड़ते हो,
रोज़ मौत को टक्कर देते हो,
ना कोई भेद भाव करते हो,
हम सबको एक समझते हो,
तुम्हे सलाम तुम्हे सलाम तुम्हे सलाम
जय हिन्द.
-डॉ एस शेख