आयुध निर्माणियों के निगमीकरण के विरोध में ओएफके में चल रहे क्रमिक धरने को किया गया स्थगित

Ordnance Factory

आयुध निर्माणी खमरिया में चल रहे क्रमिक धरने को आज स्थगित कर दिया गया। ओएफके लेबर यूनियन, सुरक्षा कर्मचारी यूनियन (इंटक ) कामगार यूनियन द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में कर्मचारियों ने भरपूर सहयोग प्रदान किया।

इस आंदोलन में कर्मचारियों के घर से महिलाओं ने भी आकर क्रमिक धरने में सहयोग प्रदान किया। धरने को सफल बनाने के लिए स्थानीय नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं जीसीएफ, जीआईएफ, व्हीएफजे, 506 वर्कशॉप, सीओडी की यूनियनों ने धरने में आकर धरने को सफल बनाने मे अपना योगदान दिया। 

गौरतलब है कि सरकार ने अचानक एक अध्यादेश लेकर आया है कि जिस में हड़ताल को गैर संवैधानिक बताया गया है, जिसके लिए फेडरेशनों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की है, साथ ही खमरिया की यूनियनों को निर्देश दिया है कि अब यह लड़ाई कोर्ट के माध्यम से लड़ी जाएगी।

कोर्ट से जैसे ही हमें अनुमति मिलेगी, हम इस आंदोलन को तीव्र करेंगे और अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत करेंगे। सभा का संचालन कर रहे आनंद शर्मा ने उन तमाम सदस्यों का अभिवादन किया, जिन्होंने इस आंदोलन में हमें सहयोग प्रदान किया, प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रुप से सहयोग प्रदान करने वालों को धन्यवाद दिया।

आईएनडीडब्ल्यूएफ के अरूण दुबे, एआईडीईएफ के रामप्रवेश, नेम सिंह, बीपीएमएस के नरेन्द्र तिवारी, राकेश शर्मा ने हमें मार्गदर्शन प्रदान किया एवं कोविड-19 की गाइडलाइन को ध्यान रखते हुए आंदोलन को सफलतापूर्वक चलाया।

ओ.एफ.के.लेबर यूनियन, सुरक्षा कर्मचारी यूनियन (इंटक) एवं कामगार यूनियन के रूपेश पाठक, आनंद शर्मा, राजेंद्र चडारिया, अर्नव दासगुप्ता, अमित चौबे, पुष्पेंद्र सिंह, अखिलेश पटेल, हृदेश यादव, लाल बहादुर राय, दिनेश नामदेव, प्रेम लाल सेन, अनुपम भौमिक, अनिल गुप्ता, अरूण मिश्रा,जीवन सिंह ने कहा है कि अभी लड़ाई जारी रहेगी।