बिजली आऊटसोर्स कर्मचारियों पर आर्थिक संकट की मार, नौकरी पर बहाल किए जाएं सेवा से पृथक कर्मी

मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्पलाइज एवं इंजीनियर के अध्यक्ष व्हीकेएस परिहार ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि इस साल जनवरी महीने में कार्य बहिष्कार आंदोलन करने पर लगभग 1000 आऊटसोर्स कर्मचारियों की सेवायें समाप्त कर दी गई थी। नौकरी से हटाए जाने के बाद इन कर्मचारियों पर आर्थिक संकट आ गया है और उन्हें अपने परिवार का भरण-पोषण करने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

अपने पत्र में व्हीकेएस परिहार ने लिखा कि माह जनवरी-2023 में संविदा एंव आऊटसोर्स कर्मचारियों द्वारा अपनी जायज मांगों के संबंध में कार्य बहिष्कार किया था, जिसमें शासन एवं प्रशासन द्वारा उनके विरूद्ध अन्यायपूर्ण कार्यवाही करते हुये लगभग 1000 आऊटसोर्स कर्मचारियों की सेवायें समाप्त कर दी गई थी। उसके उपरांत फोरम द्वारा लगातार उनकी सेवायें बहाल करने हेतु निवेदन किया गया एवं आऊटसोर्स कर्मचारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी उनकी बहाली की मांग की गई।

इस दौरान 1000 कर्मचारियों के विरूद्ध केवल ग्वालियर वृत्त के लगभग 70 आऊटसोर्स कर्मचारियों की सेवायें बहाल की गई एवं आज भी लगभग 930 कर्मचारी अपनी सेवाओं से बाहर है जो कि अपने परिवार के भरण-पोषण की समस्याओं से जूझ रहे है। अतः आपसे निवेदन है कि बचे हुये लगभग 930 कर्मचारियों की सेवाओं को बहाल करने हेतु संबंधितों को निर्देशित करने की कृपा करें, जिससे यह कर्मचारी भी अपने परिवार के भरण-पोषण सुचारू रूप से चला सके।