एमपी में आज भी छठवें वेतनमान के अनुसार मिल रही सैलरी, कम वेतन मिलने से परेशान डाटा एंट्री ऑपरेटर

मध्य प्रदेश के जनजाति कार्य विभागान्तर्गत कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति छठवें वेतनमान अनुसार 1900 पे ग्रेड पर वर्ष 2015 में की गई थी। परन्तु अन्य विभागों में पदनाम डाटा एंट्री आपरेटर पर कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर को छठवें वेतनमान अनुसार 2400 पे ग्रेड प्रदाय किया जा रहा है। जनजातीय कार्य विभाग मप्र भोपाल अन्तर्गत कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर अन्य विभागों की तुलना में कम वेतन प्राप्त कर रहे है।

जागरूक अधिकारी कर्मचारी संयुक्त समन्वय कल्याण समिति मध्य प्रदेश ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि विभाग के द्वारा डाटा एंट्री ऑपरेटर के हित में निर्णय लेते हुये ग्रेड पे संशोधन हेतु नस्ती निरन्तर वित्त विभाग को प्रेषित की जा रही है। परन्तु 8 वर्ष बीत जाने के उपरांत भी कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर के वेतन में किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं हो पाया है। लम्बे समय से जनजाति कार्य विभागान्तर्गत कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर अन्य विभागों की तुलना में कम वेतन मिलने के कारण भारी आर्थिक नुकसान सहने के कारण स्वयं को मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं।

संघ के उदित भदोरिया, अर्वेन्द राजपूत, आलोक अग्निहोत्री, ब्रजेश मिश्रा, मनोज सिंह, परशुराम तिवारी, वीरेंद्र चंदेल, एसपी बाथरे, रमेश कांबले, सतीश देशमुख, चुरामन गुर्जर, संदीप चौबे, रितुराज गुप्ता, केके शर्मा, अंकित चौरसिया, शैलेन्द्र दुबे, वीरेंद्र पटेल, राजकुमार सिंह, देवेंद्र दासियां ने ईमेल कर प्रदेश के मुख्यमंत्री से विभागान्तर्गत कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर की ग्रेड पे संशोधन सबंधी नस्ती को शीघ्र कराये जाने की मांग की है।