किसानों की व्यथा: सूख रही है फसल, खेती के लिए न 10 घंटे बिजली मिल रही है और न ही नहर से पानी

जबलपुर के पाटन की किसान सेवा सेना के द्वारा किसानों की उड़द-मूंग की खरीदी, नहर से पानी की आपूर्ति, सिंचाई एवं विद्युत संबंधित समस्याओं को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बिंदुवार विस्तृत चर्चा की गई और मुख्यमंत्री के नाम किसानों की समस्याओं से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें किसानों को धान की रोपाई हेतु दिन में 10 घंटे बिजली देने का आग्रह किया गया।

इसके अलावा किसानों ने बताया कि मानसून के बेरुखी के चलते किसान बहुत चिंता में हैं। शासन द्वारा किसानों को 10 घंटे  बिजली देने की घोषणा की गई है, पर कई जगह इसका पालन नहीं हो रहा है। वर्तमान में धान की बोनी के लिए अधिकतम दिन में बिजली के लिए चारों तरफ से किसानों द्वारा माँग की जा रही है।

किसानों ने बताया कि वर्तमान में ग्रीष्मकालीन फसल उड़द, मूंग की एमएसपी पर खरीदी हो रही है, जो कि बहुत ही धीमी गति से चल रही है। वहीं मानसून के बेरुखी के चलते किसान की फसलें खेतों में खड़ी सूख रही है। ऐसे में नहरों का पानी किसानों के लिए संजीवनी का कार्य कर रहा है, परन्तु जिले में नहर का पानी सभी किसानों को प्राप्त हो ऐसी कोई व्यवस्था नहर विभाग द्वारा नहीं की गई है।

इस अवसर पर किसान सेवा सेना से ब्रजेश दत्त अरजरिया, देवराज त्रिपाठी, डॉ आरएम पटेल, जितेन्द्र कुमार देसी, देवेन्द्र पटेल, सुरेश पटेल, महेंद्र पटेल, श्रीकांत महेरे सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।