बिजली कंपनी में आउटसोर्स कर्मचारियों की बढ़ी मुश्किलें, वेतन के लिए परेशान कर रही ठेका कंपनी

मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के भोपाल सिटी सर्किल में आने वाले विभिन्न उपकेंद्रों पर कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। जिसका कारण है कि उन्हें समय पर वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है। हर माह की सात तारीख को उन्हें वेतन मिलना चाहिए, लेकिन कभी 15 और कभी 28 तारीख यानि माह के अंत तक भुगतान होता है। इससे उनके परिवार का भरण-पोषण में दिक्कतों के अलावा आर्थिक रूप से संकट बढ़ जाता है। यही नहीं बीते चार माह से उन्हें बोनस  व 3 माह से ईपीएफ भी नहीं मिला है। मामले की शिकायतें ऊर्जा मंत्री, बिजली कंपनी के एमडी, श्रम विभाग और कलेक्टर को भी कई बार की गई हैं।

आउटसोर्स कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं को रखने और उनके लिए संघर्ष करने के उद्देश्य से विद्युत आउटसोर्स परिषद नामक संस्था का गठन किया है। जिसके बैनर तले वे अपनी समस्याओं को उच्च अफसरों तक पहुंचा रहे हैं। आउटसोर्स कर्मचारियों ने बताया कि एक अप्रैल-21 को ओरियन सिक्योरिटी साल्यूशन सर्विसेज दिल्ली को बिजली कंपनी सिटी सर्किल भोपाल का कांट्रेक्ट मिला है। उसी के अधीन सभी कर्मचारी कार्यरत हैं। बेसिक का 8.33 प्रतिशत उन्हें हर माह बोनस का प्रावधान है, लेकिन यह भी चार माह से लंबित है, जबकि पीएफ की राशि भी समय पर जमा नहीं की जा रही है। वेतन समय पर न मिलने को लेकर उन्हें हर माह हड़ताल, धरना, प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ता है। लिहाजा उनका कहना है कि यह व्यवस्थाएं सुधरना चाहिए और कोई स्थाई समाधान हो कर उन्हें समय पर वेतन और बोनस की अदायगी की जाए।

आउटसोर्स कर्मचारियों का कहना है कि ओरियन सिक्योरिटी सर्विसेज को ब्लैक लिस्ट किए जाने की मांग की गई थी। इस पर कार्रवाई चल रही है। ऐसे में उनके चार माह का वेतन डूबने का भय बना हुआ है, आखिर अब रुके हुए बोनस, ईपीएफ का भुगतान कौन करेगा, साथ ही निखिल यादव का कहना है की विद्युत विभाग एक स्थाई विभाग है, परंतु इस विभाग में ठेका दिए जाने से युवाओं का रोजगार एवम भविष्य अंधकार में हो गया है, स्थाई विभाग में अस्थाई रोजगार होने से नौकरी से हटाने का भी डर बना रहता है।

यह है कर्मचारियों के वेतन का गणित

बेसिक- 11035
बोनस- 8.33 प्रतिशत 919 रुपए
ईपीएफ- 12 प्रतिशत 1324 रुपए
ईएसआई- 0.75 प्रतिशत 82 रुपए
कमीशन- 5 प्रतिशत- 551 रुपए
जीएसटी- 18 प्रतिशत- 1986 रुपए
टीडीएस- 2 प्रतिशत 220 रुपए
कुल सैलरी- 14711 रुपए
खाते में- 13305 रुपए
कटौती ईपीएफ-1324 और ईएसआई- 82 रुपए

आनंद मालवीय ने बताया कि आउटसोर्स कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलना, बोनस नहीं मिलने और पीएफ समय पर जमा नहीं होने जैसी समस्याएं है, इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन की तर्ज पर बनाया गया ऊर्जामंत्री कॉल सेंटर पर भी प्रति माह शिकायत दर्ज की जाती है पर समस्या जस की तस बनी हुई है, ऊर्जा मंत्री भी इस ओर अपना ध्यान नही दे रहे हैं। हम इन मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं। कर्मचारियों की यह समस्याएं हल होना चाहिए। इन समस्याओं से ऊर्जा मंत्री, कलेक्टर और बिजली कंपनी के अफसरों को भी अवगत कराया है।