एमपी में बिजली कर्मियों के अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार आंदोलन का आगाज

मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ, मध्य प्रदेश विद्युत अधिकारी कर्मचारी कल्याण संघ, मध्य प्रदेश बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन, मध्य प्रदेश बाह्य स्रोत विद्युत कर्मचारी संगठन, विद्युत आउट सोर्स परिषद भोपाल, विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन एवं विद्युत मंडल पेंशनर्स एसोसिएशन जबलपुर, मध्य प्रदेश विद्युत मंडल अभियंता संघ के समर्थन में संयुक्त रूप से विभिन्न विद्युत कंपनियों मे कार्यरत कार्मिकों की जायज मांगों के निराकरण के लिए 6 जनवरी 2023 से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार आंदोलन प्रस्तावित किया गया था। 

वहीं 5 जनवरी को प्रमुख सचिव ऊर्जा द्वारा 15 दिवस के अंदर मांगों के संतुष्टि पूर्ण निराकरण हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री से वार्ता करवाने और प्रत्येक मांग पर सकारात्मक निराकरण के आश्वासन दिए जाने के उपरांत आंदोलनरत पांचो संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से प्रमुख सचिव ऊर्जा के सम्मान मे 15 दिवस के लिए आंदोलन को निरंतर मानते हुए कार्य बहिष्कार को स्थगित किया गया था। 

बिजली कर्मियों की विभिन्न मांगों में विभिन्न विद्युत कंपनियों मे कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों का विभागीय पॉलिसी बनाकर संविलियन, वेतन वृद्धि एवं 20 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कराया जाए। विभिन्न विद्युत कंपनियों मे कार्यरत संविदा अधिकारियों एवं कर्मचारियों का भाजपा के जनसंकल्प 2013 अनुसार तत्काल नियमितीकरण किया जाए। विभिन्न विद्युत कंपनियों में कार्यरत सभी वर्गों के कर्मियों के लंबित फ्रिंज बेनिफिटस का भुगतान किया जाए एवं अधिकारियों, कर्मचारियों एवं पेंशनरों के लिए कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी लागू की जाए। 

इसके अलावा विभिन्न विद्युत कंपनियों  मे कार्यरत सभी वर्गों के कर्मियों की वेतन विसंगतियों को सही किया जाए, कंपनी में नियुक्त अभियंताओं के लिए सातवें वेतनमान में परिलिक्षित O3 पे-मैट्रिक्स को विलोपित किया जाएँ। विभिन्न विद्युत कंपनियों के पेंशनरों के पेंशन का भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से किया जावे व राज्य सरकार के पेंशनरों के अनुसार महगाई भत्ता और राहत दी जावे। साथ ही विद्युत कंपनियों मे कार्यरत सभी कर्मियों के लिए नवीन पेंशन योजना की जगह  पुरानी पेंशन योजना चालू की जाए। उपरोक्त मांगों के समर्थन में मध्य प्रदेश के 45000 आउटसोर्स कर्मी एवं 7000 संविदा कर्मी आज शनिवार 21 जनवरी 2023 से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे, जिससे मध्य प्रदेश की विद्युत व्यवस्था पूरी तरीके से ठप होने की संभावनाएं हैं।