बिजली-पानी को तरस रहे एमपी के किसान, उपज खरीद धीमी, सीएम को लिखा पत्र

मध्य प्रदेश के किसान अव्यवस्थाओं के चलते काफी मुश्किलों में हैं और इनसे निजात पाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की है। किसानों की ओर से भारत कृषक समाज महाकौशल के अध्यक्ष केके अग्रवाल ने पत्र में कहा कि मानसून के बेरुखी के चलते किसान बहुत चिंता में हैं। सरकार की किसानों को 10 घंटे बिजली देने की घोषणा है, पर कई जगह इसका पालन नही हो रहा है।

इसके अलावा वर्तमान में धान की बोनी के लिए अधिकतम दिन में बिजली के लिए चारों तरफ से किसानों द्वारा माँग की जा रही है। किसानों की मांग को संज्ञान में लेते हुए दिन में बिजली देने के निर्देश दिए जाएं।

जबलपुर जिले में नहरों की हालत बहुत खराब है। इसके चलते किसान सिंचाई के लिए नहरों का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में टेल तक पानी का पहुंच पाना तो बिल्कुल असंभव है। नहर विभाग के अधिकारियों की बेरुखी, लापरवाही और असहयोग की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही हैं, कृपया इस पर कार्यवाही की जाए।

वहीं मूँग, उड़द की खरीद की प्रक्रिया बहुत धीमी है, मैपिंग भी समय पर नहीं हो पा रही है, किसान फुटबॉल बना हुआ है। उसे केन्द्रों, केन्द्रों में भटकने मजबूर होना पड़ रहा है। कई किसानों को बिक्री किये एक माह होने को आये पर अभी तक भुगतान नही मिल पा रहा है। इस पर भी कार्यवाही की जाए।