ऑर्डनेंस फैक्ट्री का निजीकरण: आंदोलन में महिलाओं ने भरी हुंकार, कहा ये है हमारे रसोईघर की लड़ाई

Privatization of Ordnance Factory

खमरिया में चल रहे क्रमिक धरने के आठवें दिन भी समर्थन का सिलसिला जारी रहा। धरने में जहां महिलाओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही, वहीं क्रमिक धरने पर समर्थन के लिए आर्मी हेड क्वार्टर के जेसीएम सदस्यों ने आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। साथ ही 506, जीआईएफ की संघर्ष समिति यूनियनों ने भी उपस्थित होकर क्रमिक धरने मे बैठे साथियों का मनोबल बढाया।

शुक्रवार को आंदोलन के आठवें दिन हृदेश यादव, शिव कृष्णा,अनिकेत की जगह जीजो जेकब, हरीश चौबे, प्रभु प्रकाश पांडे को फेडरेशन के पदाधिकारी नरेंद्र तिवारी,अरुण दुबे, रामप्रवेश ने तिलक लगाकर माला पहनाकर धरने में बैठाया ।

द्वार सभा को संबोधित करते हुए अर्नब दासगुप्ता, आनंद शर्मा, पुष्पेन्द्र सिंह, रूपेश पाठक ने अपील की है कि अब जन जागरण अभियान और तेजी से किया जाएगा। चूंकि आंदोलन अनिश्चितकालीन हड़ताल तक जारी रखना है, इसलिए प्रतिदिन अलग-अलग अनुभागों के कर्मचारियों को द्वार सभा में आमंत्रित किया जाएगा, जिससे कोविड-19 की गाइडलाइन भी फॉलो की जा सके।

सभा में ओएफके लेबर यूनियन, सुरक्षा कर्मचारी यूनियन (इंटक) एवं कामगार यूनियन के राजेन्द्र चढ़ारिया, शरद अलवाल, अनुपम भौमिक, राकेश रंजन, धर्मेंद्र रजक, कृष्णा शर्मा, संतोष सिंह, मुकेश विनोदिया, विक्रम सिंह, संजय प्रधान, राजकुमार, कुट्टी, पुष्पराज, अमित मिश्रा, दिनेश नामदेव, राकेश राजपूत, सत्य शंकर पति, पंकज गुप्ता, देव मंडल, शिवम शुक्ला, शुभम जयसवाल, शशिकांत सिंह, राहुल पटेल आदि उपस्थित रहे।