मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने 400 केवी सब-स्टेशन जुलवानिया में निमाड़ क्षेत्र का पहला और प्रदेश का तीसरा 500 एमवीए क्षमता का पावर ट्रांसफार्मर स्थापित किया है। इसके पहले मध्यप्रदेश में सिर्फ भोपाल में 500 एमवीए क्षमता के दो ट्रांसफार्मर स्थापित हुए हैं।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि खंडवा स्थित सिंगाजी सुपर थर्मल पावर प्लांट से निमाड़ क्षेत्र को सीधे विद्युत आपूर्ति के लिए 400 केवी सब-स्टेशन जुलवानिया में इस ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि लगभग 30 करोड रुपए की अनुमानित लागत से इस ट्रांसफार्मर को स्थापित कर ऊर्जीकृत किया गया है ।
इस ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से न केवल निमाड़ क्षेत्र के कृषि उपभोक्ताओं को अगले रबी सीजन में गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति हो सकेगी, बल्कि इस ट्रांसफार्मर के स्थापित होने से क्षेत्र के लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम के लिए भी पर्याप्त मात्रा में विद्युत की उपलब्धता रहेगी। ऊर्जा मंत्री तोमर ने इस सफलता के लिए एमपी ट्रांसकों को बधाई दी है।
निमाड़ क्षेत्र की ट्रांसमिशन क्षमता में हुई उल्लेखनीय वृद्धि
एमपी ट्रांसको के अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजीव अग्रवाल ने बताया कि इस ट्रांसफार्मर की ऊर्जीकृत होने से निमाड़ क्षेत्र की विद्युत ट्रांसमिशन व्यवस्था में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। निमाड़ क्षेत्र में एमपी ट्रांसको अपने 59 एक्स्ट्रा हाई टेंशन सब-स्टेशनों के द्वारा विद्युत आपूर्ति करती है। इसमें से 400 केवी के 4 सब-स्टेशन, 220 केवी के 13 एवं 132 केवी के 42 सब-स्टेशन शामिल है। निमाड़ क्षेत्र की कुल स्थापित क्षमता अब 14304 एमवीए की हो गई है।
एमपी ट्रांसको की ट्रांसफारमेशन कैपेसिटी हुई 81911 एमवीए
मध्यप्रदेश में मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी अपने 417 सब-स्टेशनों के माध्यम से विद्युत पारेषण करती है। इस क्षमता वृद्धि से मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी की कुल ट्रांसफारमेशन क्षमता बढ़कर 81911 एमवीए की हो गई है। प्रदेश में एमपी ट्रांसको के कुल 1027 पावर ट्रांसफार्मर क्रियाशील है।