मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने जब अपने स्थापना के सिल्वर जुबली वर्ष में कदम रखा, तो यह क्षण सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि भावनाओं, उपलब्धियों और परिवार की एकजुटता का उत्सव बन गया। इस ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए जबलपुर स्थित तरंग ऑडिटोरियम में एक भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसने सभी उपस्थितजनों के दिलों को छू लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन और राष्ट्रीय गीत के साथ हुई। इसके बाद मंच पर एक के बाद एक ऐसी प्रस्तुतियाँ देखने को मिलीं, जिन्होंने दर्शकों को तालियों की गूंज में डुबो दिया। यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था, यह ट्रांसको परिवार की भावनात्मक अभिव्यक्ति थी, जहाँ कर्मचारियों ने अपने कार्यस्थल को घर और सहकर्मियों को परिवार की तरह अपनाया।
नृत्य, संगीत, कविता, वादन और हास्य-व्यंग्य की प्रस्तुतियों में जहाँ बच्चों ने अपनी मासूम अदा से सबका मन मोह लिया, वहीं युवाओं और वरिष्ठों की प्रस्तुतियों ने मंच पर अनुभव, ऊर्जा और रचनात्मकता का सुंदर संगम रच दिया। पारंपरिक और आधुनिक नृत्यों की छटा ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया, तो कविताओं और गीतों ने हृदय की गहराइयों को छू लिया।
कार्यक्रम के बीच-बीच में साइबर सिक्योरिटी जैसे गंभीर विषयों को भी सहज और रोचक प्रसंगों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जो दर्शाता है कि ट्रांसको परिवार सिर्फ मनोरंजन नहीं, जागरूकता में भी अग्रणी है।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के पूर्व प्रबंध संचालक आनंद भैरवे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने मंच से सभी कर्मचारियों की ऊर्जा, समर्पण और पारिवारिक भावनाओं की सराहना करते हुए कहा,
इस प्रकार के आयोजन न केवल संगठनात्मक एकता को सशक्त करते हैं, बल्कि समस्त कार्मिकों में नई ऊर्जा, उत्साह और समर्पण की भावना भी भरते हैं। जब परिजन ऐसे आयोजनों में सहभागी बनते हैं, तो उनका भावनात्मक जुड़ाव कार्यस्थल को एक परिवार जैसा वातावरण प्रदान करता है। यही अपनापन और आत्मीयता हमारे कार्मिकों को 24×7 विद्युत पारेषण जैसी जीवनरेखा को निर्बाध बनाए रखने की प्रेरणा और संबल देती है।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों, विशेषकर बच्चों को उनकी अद्भुत प्रस्तुतियों के लिए उपहार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। पूरे आयोजन ने यह साबित कर दिया कि एमपी ट्रांसको एक कंपनी नहीं, बल्कि एक सशक्त, सुसंस्कृत और संगठित परिवार है। कार्यक्रम के बाद हर चेहरे पर मुस्कान और आंखों में चमक थी। सभी ने इस आयोजन को यादगार और हृदयस्पर्शी बताया और भविष्य में ऐसे और आयोजनों की कामना की।