सीबीएसई ने छात्रों को दी बड़ी राहत: डुप्लीकेट डॉक्यूमेंट्स के लिये लांच किया नया पोर्टल

सीबीएसई ने अपने छात्रों की सुविधाओं में इजाफा करते हुए उन्हें डुप्लीकेट मार्कशीट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट जैसे एकेडमिक डॉक्यूमेंट्स हासिल करने के लिये ऑनलाइन पोर्टल लांच किया है। सीबीएसई के छात्रों को अब इन डॉक्यूमेंट्स के लिए रीजनल ऑफिस के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।

सीबीएसई ने कहा है कि अगर किसी छात्र की मार्कशीट खो गई है या फट गई हो तो वह इन-हाउस पोर्टल डुप्लीकेट एकेडमिक डॉक्यूमेंट सिस्टम की मदद से मार्कशीट और दूसरे एकेडमिक डॉक्यूमेंट की डुप्लीकेट कॉपी हासिल कर सकता है।

सीबीएसई के अनुसार कोविड-19 की वजह से हो रही परेशानियों को देखते हुए डीएडीएस पोर्टल के माध्यम से यह सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है, क्योंकि इन दिनों छात्र-छात्राओं के लिए पहले की प्रक्रिया का पालन करते हुए डाक के जरिये आवेदन और डॉक्यूमेंट भेजने में दिक्कत होगी, लेकिन अब इसके लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।

इसके अलावा सीबीएसई ने कहा है कि 2017 के बाद हुई सीबीएसई की परीक्षा के लिए डिजिटल सर्टिफिकेट डिजिलॉकर से मिल सकता है। वे इस ऐप में लॉग-इन कर सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं। जिन स्टूडेंट्स ने 2016 या उससे पहले परीक्षा दी है, वे सेशन, क्लास और एडमिट कार्ड में रोल नंबर, स्कूल कोड, ई-मेल आईडी और मोबाइल नंबर डालकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं.

सीबीएसई के अनुसार एक डॉक्यूमेंट के लिए 100 रुपये की फीस निर्धारित की गई है। जो छात्र इसे स्पीड पोस्ट के जरिये घर पर हासिल करना चाहते हैं, उन्हें ये फीस देनी होगी। साथ ही डॉक्यूमेंट के लिए आवेदन करने वाले छात्र एप्लीकेशन प्रोसेस और डिस्पैच डिटेल का लाइव स्टेटस भी देख सकते हैं।

छात्र अपने डॉक्यूमेंट की डिजिटल कॉपी के साथ ही प्रिंटेड कॉपी भी ले सकते हैं। पांच साल तक डॉक्यूमेंट के लिए 250 रुपये, पांच से दस साल की अवधि के लिए 500 रुपये और दस साल से अधिक की अवधि की कॉपी के लिए 1000 रुपये फीस निर्धारित की गई है।