केन्द्रीय विद्युत सचिव ने की एमपी के ऊर्जा विभाग की समीक्षा, RDSS योजना के प्रजेंटेशन के लिए बुलाया दिल्ली

भारत सरकार के केन्द्रीय विद्युत सचिव आलोक कुमार ने मध्यप्रदेश प्रवास के दौरान आज जबलपुर स्थित शक्तिभवन में आयोजित बिजली कंपनियों के प्रबंध संचालकों के साथ बैठक में केन्द्रीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की तथा प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यो की जानकारी ली। बैठक में आलोक कुमार ने कहा कि मप्र में ऊर्जा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं।

उन्होंने कहा कि बिजली कंपनियों द्वारा आईटी क्षेत्र के नवाचारों को अपनाए जाने से उपभोक्ता सेवाओं में सुधार हुआ है। उन्होंने विद्युत वितरण हानि कम करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की तथा पेपरलेस बिलिंग, क्यूआर कोडिंग एवं लोड वेरिफिकेशन हेतु किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। 

उन्होंने वितरण कंपनियों में स्मार्ट मीटरिंग एवं बिलिंग इफिसेयेन्सी बढाने पर भी जोर दिया। इस अवसर पर एमपी के प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी अनय द्विवेदी, एमपी ट्रांसको के एमडी सुनील तिवारी, एमपी जेनको के एमडी मनजीत सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

बैठक में प्रमुख सचिव संजय दुबे ने केन्द्र शासन की महत्वाकांक्षी योजना आरडीएसएस के कार्यो की प्रगति से अवगत कराते हुए बताया कि योजना के तहत किए जा रहे कार्यों को जीआईएस सर्वे कर एवं ईआरपी में अपलोड कर प्राप्त बीओक्यू को टेंडर में दर्शाया गया है, ताकि संबंधित एजेंसी द्वारा सटीक कार्य किया जा सके तथा योजना में निर्धारित वितरण हानि के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।

आलोक कुमार ने योजना की पारदर्शिता की सराहना करते हुए मप्र को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुतीकरण देने के लिए नई दिल्ली आमंत्रित किया है। केंद्रीय ऊर्जा सचिव ने सोलर रूफटॉप के क्षेत्र में देश के सबसे बड़े 750 मेगावाट क्षमता के रीवा सोलर पार्क एवं दुनिया के सबसे बडे़ 600 मेगावाट क्षमता के ओमकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट की सफलता पर बधाई दी।

पूर्व क्षेत्र कंपनी के एमडी अनय द्विवेदी ने बैठक में स्मार्ट मीटरिंग, न्यू जनरेशन बिलिंग सिस्टम, कन्ज्यूमर इंडेक्सिंग, जीआईएस सर्वे, क्यूआर कोडिंग एवं लोड वेरीफिकेशन, एमडीएम, एनएबीएल टेस्टिंग लैब आदि की प्रगति को प्रजेन्टेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया।

बैठक में ट्रांसको के एमडी सुनील तिवारी ने ट्रांसमीशन लाइनों की ड्रोन टेक्नालॉजी के माध्यम से पेट्रोलिंग एवं सब-स्टेशनों के रिमोट आपरेशन सिस्टम की जानकारी दी। जेनको के एमडी मनजीत सिंह ने विद्युत उत्पादन गृहों की स्थिति से अवगत कराया।