चुनाव आयोग के निर्देश: स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव के लिए आपराधिक तत्वों के खिलाफ करें सख्त कार्रवाई

मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने सोमवार को ग्वालियर-चंबल संभाग में स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्विघ्न एवं शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा निर्वाचन 2023 सम्पन्न कराने को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों ने तैयारियों के बारे में जानकारी दी।

अनुपम राजन ने कहा कि दोनों संभागों के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ एनएसए एवं जिला बदर सहित अन्य प्रतिबंधात्मक धाराओं में सख्त कार्रवाई की जाए। जिससे आम मतदाताओं में विश्वास कायम हो और वे निर्भीक होकर अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें। श्री राजन ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिये व्यापक स्तर पर मतदाता जागरूकता गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए।

अनुपम राजन ने कहा कि अंतर्राज्यीय एवं अंतर जिला नाकों पर 24 घंटे विशेष निगरानी रखी जाए। धन, मदिरा, अन्य मादक पदार्थ, अवैध हथियारों और आपत्तिजनक सामग्री अभियान चलाकर जब्त करें। सभी जाँच दल पूरी तरह मुस्तैद व सतर्क होकर काम करें।

अनुपम राजन ने वल्नरेबल क्षेत्र के मतदान केन्द्रों में सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम करने के निर्देश दिए। वल्नरेबल क्षेत्रों में विशेष मतदाता जागरूता अभियान चलाकर लोगों को भरोसा दिलाएँ कि पुलिस और प्रशासन आपकी सुरक्षा के लिये तत्पर है।

संवेदनशील व अति-संवेदनशील मतदान केन्द्रों के बाहर भी लगाएँ सीसीटीवी कैमरे

श्री राजन ने कहा कि संवेदनशील एवं अति-संवेदनशील मतदान केन्द्रों की वेब कास्टिंग की पुख्ता व्यवस्था की जाये। ऐसे मतदान केन्द्रों में जरूरत के अनुसार भीतर के साथ-साथ बाहर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।

महिलाओं, दिव्यांगों द्वारा संचालित मतदान केन्द्र भी स्थापित करें

अनुपम राजन ने प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में महिलाओं एवं दिव्यांग अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा संचालित मतदान केन्द्र स्थापित करने के निर्देश दिए। महिला मतदान कर्मियों की सुविधा का ध्यान रखा जाए।

मतदाता हेल्प-डेस्क नम्बर 1950 का तत्परता से करें संचालन

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम अनुपम राजन ने जिलों में स्थापित मतदाता हेल्प-डेस्क नम्बर 1950 का संचालन तत्परता से करने के निर्देश दिए। अनुपम राजन ने कहा कि हेल्पडेस्क पर मतदाताओं की ओर से आने वाला हर कॉल अटेण्ड हो और मतदाता की समस्या का समाधान भी किया जाए।

80 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे बुजुर्ग जो घर से ही मतदान करना चाहते हैं उनसे फॉर्म-12 डी भरवाकर सहमति लें। इसी तरह 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले दिव्यांग मतदाताओं को यह सुविधा मुहैया कराई जाना है। 

जिन मतदान केन्द्रों में 1500 से अधिक मतदाता हैं वहाँ के मतदाताओं को सुविधाजनक तरीके से वोट डालने की सुविधा प्रदान करने के लिये सहायक मतदान केन्द्र बनाए जायेंगे। अनुपम राजन ने दोनों संभागों के जिला कलेक्टर्स को सहायक मतदान केन्द्र के प्रस्ताव भेजने और मतदाता पहचान पत्रों का वितरण कराने के निर्देश दिए।