शायद कभी: ममता शर्मा

शायद कभी इस दुनिया का भी अंत होगा,
यहाँ मनुष्यों का नहीं
बल्कि सिर्फ दुश्मनी का अंश होगा

लोग सिर्फ पैसो के पीछे भागेंगे,
अपने कौन और पराए कौन
यह भी भूल जाएंगे

लोग पैसे कमाने की होड़ में,
अपनों का खून बहाएंगे

सिर्फ दुश्मनी की खातिर,
अपनों की बली चढ़ाएंगे

बस इतना ही नहीं,
बल्कि एक दिन ऐसा भी आएगा
जब इस मनुष्य के कारण,
इस प्रकृति का भी अंत हो जाएगा

और इसी कारण शायद एक दिन,
इस दुनिया का भी अंत हो जाएगा

ममता शर्मा