रेलकर्मियों की मांगों का हो शीघ्र निराकरण, WCRMS ने जीएम को सौंपा ज्ञापन

वेस्ट सेंट्रल रेलवे मज़दूर संघ ने रेलकर्मियों की विभिन्न लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन के उपरांत जीएम के नाम पर ज्ञापन सौंपा। संघ के प्रवक्ता सतीश कुमार ने बताया कि पश्चिम मध्य रेल के अंतर्गत तीनों मंडल में रेल कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर 5 जनवरी को महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष द्वारसभा एवं प्रदर्शन उपरांत समस्याओं का ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञापन में कहा गया है कि संघ को ज्ञात हुआ है कि पमरे के केन्द्रीय चिकित्सालय को पीपीपी माडल पर प्राईवेट को सौपने की तैयारी चल रही है, जिसका संघ विरोध करता है। प्राईवेट हाथों में सौंपने से रेल कर्मचारियों एवं परिवार के सदस्यों का उचित इलाज मिलने की संभावना कम है तथा मेडीकल विभाग के कर्मचारियों के भविष्य पर भी प्रभाव पड़ेगा। अतः आपसे अनुरोध है ऐसी कोई भी कार्यवाही पर तत्काल विराम लगाया जाये अन्यथा संघ आंदोलन को बाध्य होगा।

मंहगाई भत्ते को जनवरी 2020 से फीज किया गया है जो तत्काल हटाई जाये व जनवरी 2020, जुलाई 2020 व जनवरी 2021 की डीए किस्तों को कर्मचारियों के वेतन में लगाया जाये। नाइट ड्यूटी एलाउंस के भुगतान हेतु 43600 रुपये वेतन की सीलिंग को हटाने हेतु कृपया संघ की मांग को रेलवे बोर्ड को संस्तुति के साथ भेजा जाये।

विभिन्न विभागों के कर्मचारियों से ड्यूटी समय से अधिक कार्य लिया जा रहा है किंतु ओव्हर टाइम एलाउस का भुगतान नहीं किया जा रहा है। अतः इस संबंध में मंडलो को स्पष्ट एवं यथाचित निर्देश दिये जाये। विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को रेल कार्य के लिये लगातार मुख्यालय से बाहर भेजा जा रहा है, किंतु टीए के भुगतान करने में अनेक रोकटोक लगाकर भुगतान रहा है। अतः संघ की मांग है कि टीए भुगतान की सरल नीति बनायी जाये, जिसमें कर्मचारियों को परेशानी न हो तथा समय पर भुगतान किया जाये।

पश्चिम मध्य रेल के तीनों मंडल में शीतकालीन पेट्रोलिंग लगातार चल रही है जिसमें कि ट्रेकमेटेनर्स को पेट्रोलिंग हेतु रातभर 16 किमी चलना होता है, जो कि अमानवीय है तथा इसे घटाकर 12 किमी करने की आवश्यकता है। जिससे रेल कर्मचारियों स्वस्थ्य रहे व रेल की संरक्षा की जांच भी वास्तविक रूप से सही-सही हो सके।

जबलपुर मंडल में सहायक लोको पायलट से वरि सहायक लोको पायलट की पदोन्नति सूची 20.80 प्रतिशत के आधार पर वर्ष 2020 में एक भी सूची जारी नहीं की गई है, जिससे वरि. सहा. लोको पायलट के कई पद रिक्त है। साथ ही साथ 80 प्रतिशत के अनुसार वास्तविक पदो की संख्या भी कम है, जो कि 20:80 के रेशो में निर्धारित करने की आवश्यकता है।

जबकि दूसरे मंडल में उपरोक्त रेश्यो के अनुसार ही सहायक लोको पायलट व वरि. सहायक लोको पायलट के पद निर्धारित है। उपरोक्त प्रकरण में आपका हस्तक्षेप अतिआवश्यक है तथा 2020 में ड्यू पदोन्नति सहा.लोको पायलट को पिछली तिथि से दी जाये। जिससे उनका वित्तीय नुकसान न हो।