मात्रभूमि पर मिटने वाला
वीर प्रताप महाराणा था
चेतक जिसका घोड़ा
चित्तौड़गढ़ का महाराजा था
हाथ में जिसके रहता भाला
शूरवीर वो मस्त मतवाला था
महा प्रतापी राजा वो
शूरवीर राज्य का रखवाला था
हल्दीघाटी की युद्धभूमि में
जो लड़ा वो महा प्रतापी था
जय भवानी जिसका नारा
हिन्दू शिरोमणि वो राणा था
-शिवम मिश्रा
मुंबई, महाराष्ट्र