मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ जिला शाखा अध्यक्ष रवि कांत दहायत ने जारी विज्ञप्ति में बताया है कि प्राताध्यक्ष महेंद्र शर्मा, प्रदेश महामंत्री अजय कुमार दुबे के नेतृत्व में लंबे समय से लंबित मांगों के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन कलेक्टर कार्यालय में श्रीमती स्वाती सूर्या तहसीलदार को सौंपा गया।
जिसमें पुरानी पेंशन बहाली, कार्यभारित कर्मचारियों को 300 दिन का नकदीकरण, कार्यमारित कर्मचारियों को नियमित स्थापना में विलय, स्थाई कर्मियों को नियमित करना, दैनिक वेतन भोगियों को स्थाई कर्मी बनाना, स्वशासी कर्मचारियों की सर्विस बुक अनुमोदन, पूर्व की भांति परिवीक्षा अवधि नियम लागू करना, वर्दी धुलाई भत्ता बढ़ाना, वाहन भत्ता बढाना, सेवानिवृत्त आयु 62 की जगह 65 करना, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का प्रारंभिक वेतनमान 1800 करना चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का वित्तीय कर पूर्णता समाप्त करना भृत्य पद नाम परिवर्तित करना, अंशकालीन कर्मचारियों को दैनिक वेतन भोगी घोषित करना शामिल है।
सरकार के संज्ञान में कई बार इन मुद्दों को उठाया गया, पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई। जबकि कई मुद्दों पर सरकार से सहमति बनी थी, इस पूरे आंदोलन को मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने भी अपना समर्थन दिया है। जिसके तहत संयुक्त मोर्चा जिला शाखा जबलपुर ने भी आंदोलन में उपस्थित होकर सभी मांगों का समर्थन किया है।
इस दौरान संयुक्त मोर्चा अध्यक्ष अटल उपाध्याय, राम कुमार मेहरा, राजेंद्र चतुर्वेदी, सहदेव रजक, महेंद्र साहू, संजय रजक, सुरेश वाल्मीकि, मुनींद्र मिश्रा, राकेश बडोले, राजकुमार केवट, वैद्यनाथन अय्यर, विजय यादव, रविंद्र राय, मां ग्रेट जोसेफ, अंजलि कनौजिया, कलावती कोल, सुरेश कोल प्रमोद कुमार, विश्वास लाज रस, शंकरलाल वानखेडे, बाल गोविद माली, प्रेम नारायण ठाकुर, लोक सिंह परस्ते, विजय कुमार ठाकुर, रामविशाल यादव, संजय चक्रवर्ती, आनंद मेश्राम, लक्ष्मी मलिक, अर्जुन बर्मन, मूलचंद पटेल, विजय सिंह, अशोक कोटुरवार, आकाश सिंह, प्रति वीरन, सिंह मरावी, जर्नादन सिंह इत्यादि उपस्थित रहे।