मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी स्मार्ट मीटर योजना को आगे बढ़ाते हुए करीब 400 करोड़ रूपए की लागत से 42 शहरों और कस्बों में 3 लाख 80 हजार स्मार्ट मीटर लगायेगी। इंदौर शहर में दूसरे चरण में 1 लाख 20 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इंदौर के अलावा अन्य 41 शहरों और कस्बों में ज्यादा लाइन लॉस वाले स्थानों पर भी अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर लगाये जायेंगे। अक्टूबर से मीटर स्थापना का कार्य प्रारंभ हो जायेगा। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होगी तथा संतुष्टि का स्तर और ऊँचा होगा।
कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि इंदौर शहर में 54 फीडरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जायेंगे। इन फीडरों से संबंद्ध उपभोक्ताओं की संख्या 1 लाख 20 हजार है। इंदौर जिले के सांवेर कस्बे के ज्यादा लॉस वाले फीडर के उपभोक्ताओं के यहाँ भी स्मार्ट मीटर लगाए जायेंगे। इसी तरह कांटाफोड़, अंजड़, बड़वानी, खेतिया, पलसूद, पानसेमल, राजपुर, सेंधवा, शाहपुर, धार, आलीराजपुर, जोबट, झाबुआ, थांदला, राणापुर, खंडवा, मूंदी, नया हरसूद, गोंगावां, बालसमूद, कसरावद, आगर, बड़ौद, बड़गांव में स्मार्ट मीटर लगेंगे।
इसके अलावा मनासा, नीमच. मंदसौर, सुआसरा, आलोट, जावरा, गुलाना, मोहन बड़ोदिया, शाजापुर, अवंतिपुर बड़ौदिया, पोलायकलां. शुजालपुर, नागदा, उन्हेल, माकड़ोन में स्मार्ट मीटर लगाए जायेंगे। रेडियो फ्रिक्वेंसी या जीपीएस तकनीक वाले मीटरों से रीडिंग हर माह एक तारीख को स्मार्ट मीटर कंट्रोल सेंटर में मिल जायेगी। रीडिंग, बिलिंग को लेकर विवाद या सुधार में लगने वाला समय बचेगा।
स्मार्ट मीटर के फायदे
- रीडिंग मीटर स्वयं 1 तारीख के दे देगा।
- पावर फैक्टर की छूट आसानी से मिलेगी।
- उपभोक्ताओं को मोबाइल पर मीटर लाइव रहेगा।
- रीडिंग कम, ज्यादा होने संबंधी परेशानी से मुक्ति।