मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर में आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन में कहा है कि प्रदेश के साथ जबलपुर सभी क्षेत्रों में निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। विकास की इस यात्रा में प्रबुद्धजन और युवा भागीदार बन कर मध्यप्रदेश को नंबर-वन राज्य बनाएँ। प्रदेश के नागरिक टेलेंट का उपयोग कर राज्य सरकार और भी रिच हो जाएगी। सीएम चौहान ने प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में हुई उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज मध्यप्रदेश सिंचाई, बिजली, सड़क, उद्योग और फसल उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। प्रदेश के विकास में समग्र, समन्वित और सुनियोजित प्रयासों से विकास की नई ऊँचाइयाँ प्राप्त की गई हैं। इन उपलब्धियों में आमजन का सहयोग भी रहा है। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था, जब मध्यप्रदेश बीमारू राज्यों की श्रेणी में गिना जाता था, आज समन्वित प्रयासों से मध्यप्रदेश, देश के टॉप-10 राज्यों की श्रेणी में गिना जाने लगा है।
सीएम चौहान ने कहा कि वर्ष 2003 के पहले प्रदेश की जो स्थिति थी, वह किसी से छुपी नहीं है। सड़क में गड्डे थे या गड्डों में सड़क थी, यह पता ही नहीं लगता था। आज मध्यप्रदेश में सड़कों की सूरत बदल गई है। चारों ओर सड़कों का जाल बिछ गया है। नेशनल हाई-वे भी बने हैं। प्रदेश में सड़कों की कनेक्टिविटी बढ़ जाने से निवेश भी तेजी से बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अटल एक्सप्रेस-वे, नर्मदा एक्सप्रेस-वे और विन्ध्य एक्सप्रेस-वे से प्रदेश को विकास के नये आयाम मिलेंगे। जबलपुर में देश का दूसरा सबसे बड़ा रिंग रोड बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा एक्सप्रेस-वे मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है, जो पूर्व से पश्चिम तक बनेगा, इससे व्यापार और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। अटल जी के नाम पर चंबल में अटल एक्सप्रेस-वे बन रहा है। प्रदेश में कहीं भी कनेक्टिविटी की समस्या नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था जब चंबल के बीहड़ों में डाकूओं का खौफ था, सिमी का नेटवर्क और नक्सलवाद का बोलबाला था। आज चंबल या कहीं और डाकूओं का संगठित गिरोह नहीं है। सिमी का नेटवर्क ध्वस्त किया जा चुका है। नक्सलवाद पर कड़ा प्रहार किया गया है। इसी साल लाखों रूपये के 6 ईनामी नक्सली मार गिराये गये हैं। चंबल के बीहड़ की जमीन को इंडस्ट्रीज में परिवर्तित किया जा रहा है। सभी एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जायेगा।
सीएम चौहान ने कहा कि उद्योग के क्षेत्र में प्रदेश निरंतर आगे बढ़ रहा है, जिससे रोजगार और व्यापार की संभावना बढ़ रही हैं। बिजली उत्पादन बढ़ने से आज 24 घंटा बिजली मिल रही है। सिंचाई क्षमता साढ़े 7 लाख हेक्टेयर से बढ़ कर 46 लाख हेक्टेयर हो गई है। इसी का परिणाम है कि हमने खाद्यान्न उत्पादन में पंजाब और हरियाणा को भी पीछे छोड़ दिया है। गेहूँ और रबी फसलों का उत्पादन 100 लाख मीट्रिक टन से अब 700 लाख मीट्रिक टन हो गया है। वर्ष 2026 तक 65 लाख हेक्टेयर रकबा को सिंचित करने की कार्य-योजना है। सिंचाई से ही कृषि विकास दर में 18 प्रतिशत वृद्धि हुई और प्रदेश को 7 बार ‘कृषि कृमण का अवॉर्ड’ मिला। यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। मध्यप्रदेश का गेहूँ और बासमती चावल दुनिया में धूम मचा रहा है। कृषि उत्पादन के नये रिकॉर्ड बन रहे हैं। उत्पादन बढ़ने से किसानों की जेबों में पैसा आने लगा है और पूरी अर्थ-व्यवस्था सुचारू रूप से चलने लगी है। इससे पूँजी निर्माण और निवेश को गति मिली है। मध्यप्रदेश की तस्वीर बदल रही है।
सीएम चौहान ने कहा कि जबलपुर में ग्लोबल स्किल पार्क बनाया जायेगा। इसमें युवाओं को प्रशिक्षित कर उनके हुनर को बढ़ा कर रोजगार दिलाये जायेंगे। जबलपुर रिंग रोड के आसपास 456 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में औद्योगिक संभावनाओं को तलाशा जायेगा। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति और स्व-रोजगार योजनाओं में हर माह ऋण वितरण कर आजीविका मिशन को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे बेरोजगारी भत्ते के विरोधी हैं। इसीलिए मुख्यमंत्री कौशल कमाई योजना शुरू की है, जिसमें काम सीखने के दौरान युवाओं को 8100 रूपये की राशि दी जायेगी। इस प्रशिक्षण से युवा अपने भविष्य को बेहतर कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भले ही इंदौर में हुई, लेकिन इन्वेस्टर्स की रूचि जबलपुर में ज्यादा दिखाई दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश अब टाईगर स्टेट है, लेपर्ड स्टेट है, घड़ियाल स्टेट और वल्चर स्टेट भी है। यहाँ महाकाल जैसी अनेक रचनाएँ हैं, नमामि नर्मदा कॉरिडोर जल्द ही जबलपुर की सांस्कृतिक विरासत को एक नई पहचान देगा। साथ ही पर्यटन और रोजगार को गति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने प्रबुद्धजन से आग्रह किया कि वे प्रदेश के विकास में भागीदार बनने के लिये जबलपुर में प्रतिभावनों की एक अराजनैतिक टीम बनाएँ और उनकी प्रतिभा और सोच को राज्य हित में लगाएँ। सीएम चौहान ने जबलपुर में बोनमेरो ट्रांसप्लांट यूनिट खोलने की घोषणा की। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले युवाओं को यंग एचीवर्स अवार्ड प्रदान किये।
राज्य नीति आयोग के उपाध्यक्ष सचिन चतुर्वेदी ने मप्र के विकास संबंधी कार्य-योजना प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि प्रदेश आर्थिक समृद्धि की ओर तेजी से अग्रसर हो रहा है। स्किल डेवलपमेंट के लिये अभिनव प्रयास हुए हैं। प्रदेश में कृषि क्षेत्र में भी भागीदारी बढ़ी है। औद्योगीकरण के लिए भी बजट को बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक डेवलपमेंट के लिए अप्रेंटिसशिप को भी डेवलप करना होगा। वित्तीय सीमा में कार्य करते हुए बजट बढ़ाया है, जिसमें वित्तीय अनुशासन बनाए रखा गया। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जहाँ सोशल इंपेक्ट बाण्ड शुरू किया गया है। सचिन चतुर्वेदी ने कहा कि प्रदेश सर्वसमावेशी विकास के मॉडल के साथ निरन्तर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने प्रबुद्धजन का आहवान किया कि वे प्रदेश के विकास में सहभागिता करें और फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में निवेशक आगे आएँ। सांसद राकेश सिंह ने जबलपुर के विकास के नये आयाम और संभावनाओं की जानकारी दी। कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने सड़क, पेयजल, विद्युत, नगरीय विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुशासन, उद्योग, कृषि और सिंचाई सहित नमामि नर्मदे प्रोजेक्ट की जानकारी दी। संवाद कार्यक्रम में जन-प्रतिनिधि, प्रबुद्धजन और बड़ी संख्या में युवा मौजूद रहे।