प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूनेस्को के क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क में कोझिकोड को ‘साहित्य की नगरी’ और ग्वालियर को ‘संगीत की नगरी’ के रूप में शामिल किए जाने की सराहना की है। पीएम मोदी ने कोझिकोड और ग्वालियर के लोगों को इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर बधाई दी।
पीएम मोदी ने कहा कि कोझिकोड की समृद्ध साहित्यिक विरासत से भारत की सांस्कृतिक जीवंतता वैश्विक मंच पर और भी अधिक चमक रही है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर ने जिस प्रतिबद्धता के साथ संगीत की विरासत को संजोया और समृद्ध किया है, उसकी गूंज दुनियाभर में सुनाई दे रही है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी द्वारा ‘एक्स’ पर की गई पोस्ट को उद्धृत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘कोझिकोड की समृद्ध साहित्यिक विरासत से भारत की सांस्कृतिक जीवंतता वैश्विक मंच पर और भी अधिक चमक रही है और ग्वालियर की सुरीली विरासत अब प्रतिष्ठित ‘यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क’ में शामिल हो गई है।
कोझिकोड और ग्वालियर के लोगों को इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर बधाई! अब जबकि हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दी गई इस मान्यता का जश्न मना रहे हैं, हमारा राष्ट्र हमारी विविध सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षित और बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
यह सराहना हर उस व्यक्ति के सामूहिक प्रयासों को भी दर्शाती है जो हमारी अनूठी सांस्कृतिक गाथाओं को प्रोत्साहित और साझा करने के लिए समर्पित है।’
पीएम मोदी ने कहा कि साहित्यिक कला के प्रति कोझिकोड के जुनून को यूनेस्को के ‘सिटी ऑफ़ लिटरेचर’ पुरस्कार से वैश्विक मान्यता मिली है। एक जीवंत साहित्यिक परंपरा के साथ, यह शहर सीखने और कहानी कहने का प्रतिनिधित्व करता है। आशा है कि कोझिकोड का साहित्य के प्रति गहरा प्रेम दुनिया भर के लेखकों और पाठकों को प्रेरित करता रहेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि ग्वालियर और संगीत का बहुत खास रिश्ता है। UNESCO से इसे सबसे बड़ा सम्मान मिलना बहुत गर्व की बात है। ग्वालियर ने जिस प्रतिबद्धता के साथ संगीत की विरासत को संजोया और समृद्ध किया है, उसकी गूंज दुनियाभर में सुनाई दे रही है। मेरी कामना है कि इस शहर की संगीत परंपरा और उसे लेकर लोगों का उत्साह और बढ़े, ताकि आने वाली पीढ़ियों को इससे प्रेरणा मिलती रहे।