अमृतसर में हृदयविदारक ट्रेन हादसा, रावण दहन देख रहे लोग आए ट्रेन की चपेट में

पंजाब के अमृतसर में एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है। अमृतसर के जौड़ा फाटक में ये हादसा उस समय हुआ, जब ट्रैक के पास रावण का पुतला जलाया जा रहा था। हावड़ा मेल और एक डीएमयू ट्रेन के एकाएक आने से ये हादसा हुआ। पुलिस के अनुसार इस हादसे में 52 लोगों के मारे जाने की खबर है। कहा जा रहा है कि लोग ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे। उसी समय ट्रेन आ गई। लोग ट्रेन से बचने के लिए दूसरी तरफ गए, लेकिन उसी दौरान उस ट्रैक पर भी ट्रेन आ गई। इस हादसे में 72 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। हादसे पर दुख जताते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने हादसे में मारे गए मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि इस यह हादसा प्रशासन और दशहरा समिति के गलतियों का नतीजा है। कहा जा रहा है कि रावण दहन के कारण ट्रैक पूरी तरह से लोगों से भरा हुआ था। इसी दौरान ट्रेन आ गई। ट्रैन के चपेट में आने से मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है।
अमृतसर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित कई नेताओं ने हादसे पर शोक जताया है। सभी ने इस हादसे पर शोक जताते हुए मृतकों के प्रति संवेदना जताई है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर दुख जताते हुए कहा कि अमृतसर में हुई रेल दुर्घटना को लेकर बहुत दुखी हूं। यह घटना हृदयविदारक है। मृतकों के परिजनों के मेरी पूरी सहानुभूति है, और प्रार्थना कर रहा हूं कि जो लोग इसमें घायल हुए हैं, वे जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाएं। मैंने अधिकारियों को कहा है कि सभी आवश्यक सहायता मुहैया कराई जाए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि पंजाब में ट्रेन दुर्घटना में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हैरान करने वाला है। मैं राज्य सरकार और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि वे मौके पर फौरन मदद मुहैया कराएं। इस दुर्घटना में जिन लोगों ने अपने परिजनों को गंवाया है उनके प्रति मैं अपनी संवेदना जाहिर करता हूं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दुख जताया है। उन्होंने कहा, अमृतसर में दुखद रेल दुर्घटना के बारे सुनकर चौंक गया हूं। दुख के इस घड़ी में सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को खुले रहने के लिए कहा गया है। जिला अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य शुरू करने का निर्देश दिया गया। जांच के आदेश दे दिए गए हैं।