गुणों से भरपूर है इमली, गर्मी में पियें इमली का शरबत

इमली का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है, इसका खट्टा-मीठा स्वाद सबको आकर्षित करता है। इमली का कई तरह से प्रयोग किया जाता है, लोग इमली को ऐसे भी खाते हैं और इसकी चटनी और शरबत का सेवन भी किया जाता है। आयुर्वेद में इमली के सेवन के अनेक लाभ बताए हैं। गर्मी के मौसम में इमली का शरबत या पना पीने से लू नहीं लगती, वहीं इमली का सेवन इम्यून सिस्टम भी दुरुस्त रखता है।

इमली का शरबत या पना बनाने की विधि-
इमली को आवश्यकता अनुसार पानी में अच्छी तरह से भिगो लें और मिक्सी में ब्लेंड कर, एक बर्तन में रखकर कपड़े या छलनी से छान लें। फिर इसमें स्वादानुसार पिसी चीनी, मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर या थोड़ा सा हरा धनिया का पेस्ट, काला नमक, सादा नमक और आवश्यकतानुसार पानी मिलाएं। ठंडा करने के लिए आइस क्यूब डालें और पियें।

इमली के रस में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। ये आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के साथ ही ठंड, कफ, फ्लू आदि मौसमी बीमारियों को भी दूर रखते हैं। गर्मियों में इमली का पना या शरबत पीने से लू लगने का खतरा कम हो जाता है और ये मौसमी संक्रमण से भी आपको बचाने में मदद करता है। इमली में कई बेहतरीन गुण होते हैं, जिससे आपकी त्वचा एडिमा और जलन से बची रहती है। इसके लगातार सेवन से चेहरे से मुंहासे और चिकनपॉक्स के धब्बे भी दूर हो जाते हैं। इमली के पानी में भी भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कैंसर के खतरे को कम करता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इमली के पल्प में मौजूद रस में कार्ब्स-ब्लॉकिंग गुण होते हैं, जो शरीर में काब्रोहाइड्रेट को अवशोषित करने में मदद करते हैं। इसके सेवन से डायबिटीज के रोगियों के रक्त शर्करा का स्तर कम होता है। इमली का रस रक्त शर्करा के स्तर को कम करने का एक पारंपरिक तरीका है। इसके अलावा यह हृदय संबंधी रोगों के लिए भी फायदेमंद है। इमली के पानी में कोलेस्ट्रॉल की ऑक्सीकरणप्रक्रिया को रोकने की क्षमता होती है, जो कोलेस्ट्रॉल को धमनियों की दीवारों से चिपकने और अवरुद्ध उत्पन्न करने से रोकता है। इसके लगातार सेवन से कोरोनरी हृदय रोग और उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर के खतरे को कम किया जा सकता है।