साथ रहने का इरादा हुआ है
साथ सहने का इरादा हुआ है
प्रेम करने का इरादा हुआ है
जीने मरने का इरादा हुआ है
घरौंदा बसाने का इरादा हुआ है
अपना बनाने का इरादा हुआ है
पार आने का इरादा हुआ है
जीत जाने का इरादा हुआ है
ओस भीगने का इरादा हुआ है
रोज सींचनेका इरादा हुआ है
‘उड़ता’ दिखने का इरादा हुआ है
ग़ज़ल लिखने का इरादा हुआ है
-सुरेंद्र सैनी बवानीवाल ‘उड़ता’
झज्जर, हरियाणा
संपर्क- 9466865227
ईमेल- [email protected]