ज़िन्दगी: ममता शर्मा

ज़िन्दगी किस चिड़िया का नाम हैं,
मिल जाए कभी तो हमें बताना ।
अगर तुम्हारे घर के आँगन में आकर चहचहाए
तो उसके दो बोल हमें भी सुनाना,
ज़िन्दगी किस चिड़िया का नाम हैं,
मिल जाए कभी कभी तो हमें बताना‌।

अगर रूठ जाए तो उसे मनाना,
उससे दो बोल प्यार के बतलाना,
अगर उड़ जाए तो उसे फिर से बुलाना
दुध और मिश्री खिलाना,
उसके लिए एक छोटा आशियाना बनाना,
उसे फूलों से सजाना
ज़िन्दगी किस चिड़िया का नाम हैं,
मिल जाए कभी तो हमें बताना।

हर सुबह उसे सूरज की पहली किरण दिखाना,
उसके मन में एक नई आशा को जगाना,
चाय की पहली प्याली
उसके नाम की ही बनाना,
ज़िन्दगी किस चिड़िया का नाम हैं,
मिल जाए कभी तो हमें बताना ।

ज़िन्दगी क्या? है उसे बताना,
इसका हर पहलू उसे समझाना,
उसे रोज़ाना एक नया ख्वाब दिखाना
उसे दुनिया से संघर्ष करना सिखाना,
ज़िन्दगी किस चिड़िया का नाम हैं,
मिल जाए कभी तो हमें बताना।

ममता शर्मा
पीजीजीसीजी-42
चंडीगढ़