कुछ नया करते हैं: दिनेश प्रजापत

आज कुछ नया करते हैं
उनके दुखी चेहरों को खुशी देते हैं,
देखो रो रहे हैं वे चेहरे
चलो उनको प्रसन्न करते हैं
सुनो! दिन देखो एक पल के लिए
चलो दिन उनकी भी सुनते हैं,

चलो आपसी मनमुटाव को मिटाकर
हम वसुधैव कुटुंबकम की भावना फैलाते हैं,
आज हम दुख के संवेग को मिटाकर
नम्रता के गीत उनके साथ गाते हैं

देकर हम खुशी उनके हृदय को
चलो अपने हृदय को अथाह खुशी देते हैं,
चलो आज कुछ नया करते हैं
हम ईर्ष्या, घृणा, द्वेष को भूलकर
आज नए युग का आरंभ करते हैं,
रूढ़िवादी विचारधारा को मिटाकर
चलो आज नवीनता का संचार करते हैं
चलो आज कुछ नया करते हैं

दिनेश प्रजापत ‘दिन’
सांचौर, जालोर,
राजस्थान
संपर्क- 7231051900