नंदिता तनुजा
एक दिन आएगा जब जीवन देने वाली
जीवन वापस लेने लगेगी
और जीवन देने वाली का रक्त न बहकर
जीवन को मारने वालों का रक्त बहेगा
और तब जीवन नहीं बस मौत का तांडव होगा
क्योंकि
सीता, अहिल्या, रानी लक्ष्मीबाई इत्यादि
सब इस धरती पे आयी हैं
और सबने अपने जीवन का साक्षात्कार कराया है
जिस दिन नारी महाकाली के रूप में आ गयी,
इस धरती पर प्रलय होगा… निश्चित है
मोमबत्ती जलाना धर्म और कर्म से मत जोड़ो,
अंधकार को दूर करने के लिए रोशनी को बचाओ
जीवन को बचाओ
नारी का सम्मान बचाओ
उनकी आत्मा, उनका देह, उनके एहसासों को बचाओ ,
ऐसे मत मारने दो जीवन बचाओ
कुछ बचेगा नहीं