अनामिका गुप्ता
अधयापिका, सपोटरा
नापाक इरादे, पाक तेरे
पर अब ना चलने पाएंगे
बहुत हो चुकी दहशत गर्दी
अब
तेरा अंजाम तुझे दिखाएंगे
बार-बार खाता है मार
फिर भी आता सीमा के पार
क्या भूल गया 65 की हार
जो फिर हुआ लडने को तैयार
नाकों चने चबाये थे
71 में मुंह की खाये थे
हद कर दी बेशर्मी की
पुलवामा पहलगाम में आए थे
खून बहाकर मासूमों का
कब तक तुम बच पाओगे
फौलादी जिसम फौलादी इरादे
हमसे टकराकर मिट्टी मे मिल जाओगे
अब सीमा की सीमा न तोड़ो,
दहशतगर्दी, आतंक को छोडो
वरना
एक दिन ऐसा आयेगा
नेस्तनाबूद तुझे कर जायेंगे
नापाक इरादे पाक तेरे चूर चूर कर जायेंगे