अंजीर के औषधीय प्रयोग

रात को 1 गिलास पानी में 2 अंजीर और 1 चम्मच सौंफ भिगोकर सुबह चबा के या मिक्सर में रस बना के 40 दिन तक सेवन करने से वजन बढ़ाने में मदद मिलती है।

रात्रि को 10-15 सूखी काली द्राक्ष (काली किसमिस) एवं 2 से 4 अंजीर टुकड़े करके 300 मिली पानी में भिगो दें। सुबह पानी आधा होने तक उसे उबालें फिर पानी पी जायें और अंजीर व द्राक्ष चबाकर खायें। इससे कब्जियत दूर होती है, आँतों को बल मिलता है, भूख बढ़ती है, रक्त की वृद्धि एवं शुद्धि होती है तथा शारीरिक बल बढ़ता है। बच्चों के लिए 1 से 3 अंजीर पर्याप्त हैं ।

2 से 4 सूखे अंजीर रात को पानी में भिगो के सुबह खायें और सुबह भिगोकर शाम को खायें। इस प्रकार करने से खूनी बवासीर में लाभ होता है।

सावधानी
अंजीर पचने में भारी होते हैं अतः इनका उपयोग पाचनशक्ति के अनुसार करना चाहिए। प्रतिदिन 2 से 4 अंजीर खाये जा सकते हैं। ज्यादा मात्रा में खाने पर सर्दी, कफ एवं मंदाग्नि हो सकती है। सूखे अंजीरों को सेवन से पूर्व 1-2 घंटे पानी में भिगो के रखना चाहिए।