एनएफआईआर की मांग: रेल कर्मचारियों का लंबित महंगाई भत्ता जारी किया जाए

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एनएफआईआर के महामंत्री डॉ एम. राघवैय्या एवं एनएफआईआर के कार्यकारी अध्यक्ष तथा डब्ल्यूसीआरएमएस के अध्यक्ष डॉ आर. पी. भटनागर ने भारत की वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारामण को पत्र लिखकर केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के फ्रीज किये गये मंहगाई भत्ते को जारी करने की मांग की।

महामंत्री ने अपने पत्र में वित्त मंत्री का ध्यान बढ़ती मंहगाई की ओर दिलाते हुए कहा कि कोविड की दूसरी लहर के चलते हुई बेतहाषा वृद्धि ने सभी परिवारो के बजट को अव्यवस्थित कर दिया है। उन्होंने वित्त मंत्री को बताया कि थोक मूल्य सूचनांक की तुलना में खुदरा मंहगाई सूचकांक बहुत बढ़ा है, इसलिए सरकार को मंहगाई नियंत्रित करने के ऐसे जतन करने चाहिए, जिससे आम आदमी की रोजमर्रा की जिदंगी सूकून से बीत सके।

डब्ल्यूसीआरएमएस के महासचिव अशोक शर्मा ने बताया कि 18 महीने के फ्रीज मंहगाई भत्ते के एरियर्स के भुगतान तत्काल होना चाहिए तथा कहा कि मंहगाई भत्ता भी वेतन का हिस्सा होता है। संयुक्त महामंत्री, प्रेस प्रवक्ता सतीश कुमार ने कहा कि इस महामारी में रेलकर्मियों ने अपने परिवार वालो की परवाह किया बगैर देश की सेवा की की। उन्होंने रेलकर्मियों के परिश्रम को देखते हुये मंहगाई भत्ता जल्द से जल्द जारी करने की अपील की।

संघ के कोषाध्यक्ष अनुज तिवारी, संयुक्त महामंत्री एस.के. वर्मा, सहायक महामंत्री एस.के. सिन्हा, मंडल सचिव डी.पी. अग्रवाल, महिला महामंत्री श्रीमति सविता त्रिपाठी, जे.पी.मीना, दीना यादव, एस.आर. बाउरी, अफजल हासमी, हर्ष वर्मा, संतोष त्रिवेणी, मंतोष कुमार, रवि, वॉवी धौलपुरे, महेन्द्र गुप्ता, रोशन यादव, अनिल चौबे, मंदीप सिंह आदि ने कहा कि मंहगाई भत्ते से रोक हटाकर एरियर्स सहित भुगतान आदि शीघ्र किया जाना चाहिए।