रेलवे बोर्ड के तुगलकी फरमान से कुली बनकर रह जायेंगे रेल चलाने वाले, WCRMS करेगा प्रचंड विरोध

भारतीय रेलवे बोर्ड के तुगलकी फरमान को लेकर रनिंग स्टाफ में आक्रोश देखा जा रहा है। WCRMS का कहना है की रेलवे बोर्ड के एक तरफा निर्णय से रेल चलाने वालों की स्थिति कुली की तरह हो जायेगी। संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के नेतृत्व में रेलवे बोर्ड के आदेश के विरोध में जबलपुर जोन के कोटा, भोपाल एवं जबलपुर मंडल पर स्थित सभी कू बुकिंग लॉबी पर प्रचंड प्रदर्शन, धरना एवं सांकेतिक भूख हड़ताल की जायेगी। 

संघ प्रवक्ता व संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार ने बताया कि रेलवे बोर्ड द्वारा 21 फरवरी को जारी पत्र के अनुसार रनिंग स्टॉफ को दिये जाने वाले लाइन बॉक्स, जिसमें संरक्षा व ट्रेन संचालन से जुड़े महत्वपूर्ण उपकरण डेटोनेटर, रेल लेम्प, टार्च, हेड सिंग्नल पेग, लकड़ी की रॉड, वॉकी-टॉकी, G & SR बुक, एक्सीडैन्टल मेन्युअल गार्डस, सर्टिफाईड बुक, शिकायत बुक, वर्किंग टाइम टेबल, पेड लॉक, ड्रेस के अतिरिक्त व्यक्तिगत कपड़े आदि रहते हैं, के स्थान पर रनिंग स्टॉफ को प्रति 3 वर्ष में 5000 रुपए भत्ते के साथ ट्रॉली बैग देने का फरमान सुनाया है। ज्ञातव्य है कि जबलपुर मंडल में सतना, सागर, कटनी, एनकेजे तथा जबलपुर में कोटा मंडल में, गंगापुरसिटी तथा कोटा जंक्शन स्टेशन पर तथा भोपाल मंडल में गुना, बीना, भोपाल तथा इटारसी स्टेशनो से रेल संचालन करने वाले लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, शंटिंग लोको पायलट तथा ट्रेन मैनेजर की बुकिंग होती है। 

साथ ही अशोक शर्मा ने कहा कि रनिंग स्टॉफ की ज्वलंत समस्याओं का भी समाधान किया जाए, जिसमें रेलवे बोर्ड द्वारा जारी लाइन बाक्स बंद करने का पत्र दिनांक 21.02.2022 तत्काल रद्ध करें। सहायक लोको पायलट्स को 80% -20% रेश्यो अनुसार तत्काल पदोन्नति दी जाए।  लोको पायलट्स एवं ट्रेन मैनेजर की पदोन्नति सूची तत्काल जारी करें। मेल/एक्सप्रेस लिंक्स को मनमाने तरीके से बदलना बंद करो। 5. 9 HRS ड्यूटी सख्ती से लागू करो। रनिंग स्टॉफ के पदों को सरेंडर करना बंद करो। एएलपी की मानीटरिंग एवं काऊंसिलिंग के लिए मुख्य लोको निरीक्षक की यार्ड स्टिक जारी करो। संरक्षा के विरुद्ध लोको पायलट शंटिंग द्वारा मेन लाइन लोको पायलट गुड्स का काम कराना बंद करो। लोको पायलट गुड्स का बीट मन माने तरीके से बदलना बंद करो। सभी प्रकार के लोकोमोटिव की प्रापर ट्रेनिंग व हैंडलिंग दी जाये।

संघ के अध्यक्ष सीएम उपाध्याय, संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार, मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला, मंडल सचिव डीपी अग्रवाल, एसआर बाउरी, कुलदीप परसाई, संतोष त्रिवेणी, मंतोष सिंह, एसके सिंह, शेख सलीम, शिशिर श्रीवास्तव, यशविंद कुमार, अमित पटेल, अनिल कौरव, भरत सिंह ठाकुर, एसके सिंह, प्रशांत वर्मा, पकंज वर्मा, अभिषेक गुप्ता, प्रसन्न गुप्ता, एसके सिन्हा, सोनू कुमार, अजय कुमार, रवि चंद्रवंशी, विपिन टोप्पो, एमके साहू, डीके ओझा, अजय कुमार शर्मा, विवेक शुक्ला, रामअभिलाष यादव, मो. असलम, सुमन जाट, धमेन्द्र पटेल, अरविन्द्र कुमार अहिरवार, रोहित शर्मा, रंजीत पासवान, अमोद कुमार चंद्रमनी, विजय कुमार आदि ने रेलवे बोर्ड के निर्णय पर विरोध जताया है।