जमीन बेचकर इलाज करा रहा विद्युत आउटसोर्स कर्मी, TKS ने की ₹5 लाख के कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस की मांग

मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जबलपुर ग्रामीण सर्किल के पाटन संभाग के अंतर्गत बेलखेड़ा डीसी मेरे गांव के सब-स्टेशन में कार्यरत आउटसोर्स कर्मी ऑपरेटर शिवराज यादव उम्र 25 वर्ष 11 जनवरी 2022 को सब-स्टेशन में ड्यूटी पर तैनात था। इसी दौरान उसके ऊपर 11 केवी का तार टूट कर गिर गया, जिससे शिवराज यादव का दाहिना हाथ, पीठ, दोनों पैर 70 प्रतिशत जल गए थे।

आउटसोर्स कर्मी ऑपरेटर शिवराज यादव को उपचार के लिए पहले मेडिकल कॉलेज में भर्ती कर दिया गया था, लेकिन स्थिति गंभीर होने के कारण उसके परिवार ने उसे 13 जनवरी 2022 को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। शिवराज यादव के इलाज के लिए उसके परिवार ने अपनी जमीन तक बेच दी। आउटसोर्स कर्मी के उपचार में 40 दिनों में साढ़े 6 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। वहीं आउटसोर्स कर्मी शिवराज यादव आज भी मौत से लड़ रहा है।

मप्रविमं तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि आउटसोर्स कर्मी शिवराज यादव के साथ हुई दुर्घटना के बाद से आज तक न तो ठेका कंपनी क्रिस्टल का कोई अधिकारी उसका हाल जानने पहुंचा और न ही पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के अधिकारियों ने उसकी सुध ली। यहां तक की अनेक बार अपील और आग्रह करने के बाद भी आउटसोर्स कर्मी के उपचार के लिए दोनों कंपनियों में से किसी ने भी कोई सहायता राशि नहीं दी। वहीं ठेका कंपनी क्रिस्टल के अधिकारियों ने बड़ी बेरुखी से कहा कि कर्मी पहले उपचार करा ले, फिर उसके उपचार का खर्च रिहंबर्स किया जाएगा।

हरेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि ऐसे कई हादसे हो चुके हैं, जिसमें आउटसोर्स कर्मी करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए और उनके उपचार के लिए उनके परिजनों ने या तो पुश्तैनी जमीन बेच दी या ऊंची ब्याज दरों पर साहूकारों से कर्ज लिया। उन्होंने कहा कि मार्च में सभी विद्युत कंपनियों के द्वारा ठेकेदारों को ठेका दिया जायेगा। विद्युत कंपनी प्रबंधन को, जो ठेकेदार आउटसोर्स कर्मियों के लिए 5 लाख रुपए के कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा देगा, उसी से अनुबंध किया जाना चाहिए।

संघ के हरेंद्र श्रीवास्तव, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, शशि उपाध्याय, अजय कश्यप, जेके कोस्टा, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, टी डेविड, लखन सिंह राजपूत, सुरेंद्र मेश्राम, राजेश यादव, ख्यालीराम, राम शंकर आदि ने प्रदेश सरकार और सभी विद्युत कंपनियों के प्रबंधन से मांग की है कि सभी नियमित, संविदा और आउटसोर्स कर्मियों का 5 लाख रुपए का कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस कराया जाए।